जयपुर/ कांग्रेस ने प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के विधायकों को चुनाव मोड में लाने और उनका मन टटोलने के लिए आज से कांग्रेश निर्दलीय और समर्थक विधायकों के वन टू वन कार्यक्रम के पहले ही दिन मंथन में सामने आया कि प्रदेश में सरकार विरोधी लहर है और साथ ही यह भी बात सामने आई थी।
सचिन पायलट के बिना साथ लिए सरकार एक बार फिर से सत्ता में नहीं लौट सकती तथा मंथन के दौरान ही कांग्रेस विधायक मीना और पारीक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर भड़क गए और कहा कि यह प्रियंका गांधी और अहमद पटेल से बड़े नहीं है ।
वाॅर रूम में वन टू वन आज से शुरू हुए कार्यक्रम के तहत पहले ही दिन अजमेर संभाग के अजमेर टोंक नागौर भीलवाड़ा जोधपुर संभाग के जोधपुर बाड़मेर जैसलमेर पाली सिरोही और जालौर जिले के विधायकों से बातचीत हुई।
इस कार्यक्रम में राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सभी विधायकों से अलग-अलग बातचीत कर रहे हैं 13 प्रश्न का एक प्रारूप विधायकों को देते हुए सवाल किए गए हैं और उनके जवाब मांगे गए हैं।
इस सवाल जवाब मंथन और फीडबैक बैठक में कॉन्ग्रेस संगठन और राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी ने माना कि विधायकों और सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है।
हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार कह रहे हैं कि इस बार सरकार के खिलाफ सरकार विरोधी लहर नहीं है परंतु विधायकों से फीडबैक के दौरान यह सामने आया कि प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर है।
उधर दूसरी ओर फीडबैक के दौरान सचिन पायलट समर्थक विधायक डोटासरा की बात पर भड़क गए और डोटासरा तथा राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी रंधावा को जमकर खरी खरी सुनाई बताया जाता है कि पायलट समर्थक विधायक हरीश मीणा जब फीडबैक देने जा रहे थे तब प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने प्रदेश प्रभारी रंधावा से मीणा का परिचय देते हुए ।
बताया कि यह पहले राजस्थान के डीजीपी रहे हैं और भाजपा से सांसद भी थे तथा यह मानेसर जाने वालों में भी शामिल थे इस बात पर मीणा मानेसर का चेक आते ही भड़क गए और कहा कि बार-बार अगर यह बोलेंगे तो आने वाले चुनाव में जितना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा ।
हमें प्रियंका गांधी और अहमद पटेल ने बुलाकर बात की थी क्या यह डोटासरा जी को इंगित करते हुए कहा कि उनसे भी बड़े हो गए हैं । इसी तरह मसूदा विधायक राकेश पारीक ने भी फीडबैक के दौरान काय की चुनावी साल में मानेसर का जिक्र बार-बार करके आप क्या संदेश देना चाहते हैं ।
जब राहुल गांधी ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों को कांग्रेस की संपत्ति बताया है तो फिर यह सवाल ही नहीं उठता और चुनावी साल में इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए तथा पायलट को साथ लेकर चलना होगा अगर सचिन पायलट को साथ नहीं दिया तो सरकार नहीं बनेगी।
उधर दूसरी ओर किसी मंथन के दौरान ही पत्रकारों से बातचीत के दौरान केकड़ी से कांग्रेस के विधायक और सचिन पायलट समर्थक माने जाते थे और गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने पायलट के अनशन के सवाल पर कहा कि भाजपा राजा भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे मुझे भी मालूम है।
उस समय यह बहुत बड़ा मुद्दा था उस मुद्दे पर कार्य कर कार्यवाही तो होनी चाहिए इसमें क्या बात है विधायक रघु शर्मा ने कहा कि मैंने भी एक ही साल में दो चुनाव लड़े थे पहले अजमेर से सांसद का और फिर केकड़ी से विधायक का उस समय भ्रष्टाचार बहुत बड़ा मुद्दा था रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने स्तर पर फैसला लेने में सक्षम है।
पायलट हमारे वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी के अध्यक्ष रहे उनके नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़कर सरकार बनाई है सब मिलकर हम चुनाव लड़ेंगे और सब की भूमिका आलाकमान तय करेगा सचिन पायलट का आज का प्रोग्राम पहले से बना हुआ था।
इसलिए भी नहीं आए इसमें कोई विवाद नहीं ढूंढना चाहिए सब विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में व्यस्त हैं मैं भी अपने विधानसभा क्षेत्र में था अचानक प्रोग्राम बना तो मैं आया।