भरतपुर/ राजस्थान पिछले 1 माह से लगातार सांप्रदायिक तनाव हिंसा की घटनाएं घटित हो रही है पहले करौली फिर जोधपुर नागौर भीलवाड़ा के बाद अब भरतपुर में भी दो समुदाय विशेष के दो गुटों में कल हुए झगड़े के बाद दोनों ओर से पथराव होने से तनाव की स्थिति हो गई लेकिन प्रशासन और अधिकारियों की सजगता से यह मामला सांप्रदायिक घटना में बदलने से विराम लग गया । पूरे इलाके को सील कर दिया गया है ।।
घटना मथुरा गेट के थाना अंतर्गत बुद्ध की हॉट क्षेत्र की है जहां एक मुकदमे का फैसला आने के बाद देर रात जश्न मना रहे एक गुट द्वारा दूसरे गुट पर बोतलें फेंक देने के बाद शुरू हुआ था ।
बताया जाता है कि जश्न में बरी होने वाले पक्ष ने दूसरे पक्ष पर बोतलें फेंकी. विरोध में दूसरे धड़े ने पत्थर फेंके और फिर जमकर पथराव हुआ । गनीमत रही कि जब तक यह तनाव सांप्रदायिक दंगे में तब्दील होता, उससे पहले ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया ।
एसएचओ ने सीनियर अफसरों को सूचित किया। डीएम आलोक रंजन को जैसे ही जानकारी मिली, वह एसपी श्याम सिंह के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस के प्रति लोगों में गुस्सा था लेकिन, डीएम ने स्थिति को संभाला । बाद में आईजी और डीसी मौके पर पहुंच गए. रात डेढ़ बजे तक अफसर मौके पर रहे और 15 लोग हिरासत में लिए गए। पूरे इलाके को सील किया गया है।
हिरासत में लिए गए 15 लोग
जान लें कि उपद्रवियों ने दो मोटरसाइकिल को नुकसान पहुंचाया है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 15 लोगों को हिरासत में ले लिया है । वारदात की खबर मिलते ही मौके पर आला अधिकारी पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लिया ।
मौके पर पहुंचे आला अधिकारी
घटना की सूचना मिलने के बाद डिविजनल कमिश्नर सांवरमल वर्मा, डीएम आलोक रंजन, आईजी प्रसन्न कुमार और एसपी श्याम सिंह सहित सभी थानों के SHO सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा. इसके बाद हालात को काबू में किया गया.।
क्या था मामला
साल 2013 में दो समुदायों के परिवारों के बीच मीट की दुकानों को लेकर विवाद हुआ था । तत्कालीन प्रशासन ने मीट दुकानें बंद कराई थीं। फिर इस मामले में दोनों पक्षों के बीच आपस में मुकदमे दर्ज हुए। इसी मामले में सोमवार को कोर्ट ने एक पक्ष के ऊपर 600 रुपये का जुर्माना लगाया । जिसके बाद एक समुदाय के लोग इसी का जश्न मना रहे थे ।।आरोप है कि उस दौरान मीट परोसा जा रहा था और शराब भी पी जा रही थी