जयपुर/ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल राजस्थान यात्रा और गहलोत की फ्री योजनाओं को लेकर कटाक्ष तथा सचिन पायलट द्वारा अपनी मांगों पर अड़े रहने के बयानों के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने मास्टरस्ट्रोक खेलते हुए प्रदेश की जनता को बड़ी राहत दी है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार देर रात को प्रदेशवासियों को बड़ी राहत देने की घोषणा अब राजस्थान में घरेलू और व्यावसायिक तरह के सभी विद्युत उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक बिजली निशुल्क दी जाएगी ।
महंगाई राहत शिविरों के अवलोकन व जनता से बात करने पर फीडबैक आया कि बिजली बिलों में मिलने वाली स्लैबवार छूट में थोड़ा बदलाव किया जाए.
– मई महीने में बिजली बिलों में आए फ्यूल सरचार्ज को लेकर भी जनता से फीडबैक मिला जिसके आधार पर बड़ा फैसला किया है.
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– 100 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली… pic.twitter.com/z27tJRuyaf— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 31, 2023
100 यूनिट तक बिजली का बिल जीरो आएगा और उसके बाद 200 यूनिट बिजली तक बिजली के बिल पर किसी भी तरह का सर चार्ज स्थाई शुल्क इलेक्ट्रिसिटी फीस नहीं देनी होगी ।
पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 100 यूनिट तक बिजली घरेलू उपभोक्ताओं सहित श्रेणी विभाजन करके देने की घोषणा की थी ।
लेकिन राहत शिविरों में निरीक्षण के दौरान यह श्रेणी खत्म कर सभी को राहत देने की बात सामने आई थी और इसके अलावा कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजस्थान यात्रा के दौरान अजमेर में अपने दिए गए भाषण में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा फ्री की योजनाओं को गलत बताया था
और वहीं दूसरी ओर कल ही अपने निर्वाचन क्षेत्र में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री तथा मुख्यमंत्री गहलोत के प्रतिद्वंदी सचिन पायलट ने अपनी तीनों मांगों से पीछे हटने और उसे जारी रखने का ऐलान यह बात प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाने तथा चुनावी साल होने के लिए प्रदेशवासियों को रिझाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देर रात यह मास्टर स्ट्रोक खेला ।
इस मास्टर स्ट्रोक के तहत 100 यूनिट बिजली फ्री सभी तरह के उपभोक्ताओं को और 100 से 200 यूनिट तक बिजली खपत पर स्थाई शुल्क फ्यूल सरचार्ज और सभी तरह के चार और फीस पूरी तरह से निशुल्क होगी बिजली कंपनियों को इसका भुगतान राज्य सरकार देगी ।
विदित है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई फ्री की योजनाओं और ओल्ड पेंशन योजना का फार्मूला हाल ही में कर्नाटक और हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने खेला जिसका फायदा कांग्रेस को मिला ।