Jaipur News। 5 साल पहले झुंझुनूं में नारा आया था “मोदी तुमसे बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं”। अब चुनाव से पहले एक धीमा सा नारा कांग्रेस की राजनीति में भी गूंजने लगा है। खास बात यह है कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एक इंटरव्यू में यह स्वीकार लिया कि “गहलोत तुमसे बैर नहीं, कांग्रेसी विधायको की खैर नहीं” का फीडबैक उनके पास भी आया है।
गहलोत ने कहा – इसमे दो राय नहीं, ऐसा फीडबैक मेरे पास भी आया है। कई बार अच्छा काम करने के बावजूद भी परसेप्शन बन जाता है। दरअसल कई सर्वे रिपोर्ट भी कई मौजूदा विधायको-मंत्रियों के खिलाफ आयी है।
कई विधायक-मंत्री तो अपने क्षेत्रो में इतने बदनाम हो चुके है कि अब जनता खुलेआम उनका विरोध करने लगी है। कांग्रेस इस चुनाव में सरकार रिपीट करने का दावा कर रही है। करना भी चाहिए, क्योकि कई योजनाएं बहुत अच्छी आयी है।
लेकिन यह चुनाव तो कोई दिल्ली जैसा है नहीं कि जनता उम्मीदवार के चेहरे पर ध्यान न देकर मोदी के नाम पर वोट दे दे। यह चुनाव तो उम्मीदवार के आधार पर ही होता है। बड़ा सवाल यह कि जिन विधायको या मंत्रियों की “खैर” नहीं, क्या उनकी टिकट काटने का साहस कांग्रेस कर पायेगी। यह बोल्ड स्टेप तो मुख्यमंत्री को ही उठाना पड़ेगा।