मुख्यमंत्री में मीडिया पर पर निकाली जमकर भड़ास
जयपुर। प्रदेश में भाजपा के केंद्रीय नेताओं के लगातार हो रहे दौरे को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत में बीजेपी पर जबरदस्त हमला बोला है।गहलोत ने कहा कि भाजपा नेता जहां जाते हैं वहां पर आग लगाते हैं, इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है।
सीएम ने आज मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट का उद्घाटन करते हुए पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा नेताओं का संविधान में कोई यकीन नहीं है यह लोग खुलेआम संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं,सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री को चाहिए कि आगे आकर राष्ट्र को संबोधित करें । हिंसा की निंदा करेंदेश में कानून का राज स्थापित रहे कानून का राज रहेगा तभी लोग सुरक्षित रहेंगे। सीएम ने कहा कि असामाजिक तत्वों को कभी तकलीफ नहीं होती है,चोट तो निर्दोष लोगों को लगती है ।
ये षड्यंत्रकारी लोग होते हैं
दंगे करवाने वालों को कभी चोट नहीं लगती है।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री शांति स्थापित करने की अपील करनी चाहिए। वो कहे कि हम हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे।एक बार उन्होंने अपील की थी लेकिन बाद में दबाव पड़ा होगा तो उनकी बोलती बंद हो गई।
49 फीसद रेप के केस झूठे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 49 फ़ीसदी रेप के झूठे होते हैं करौली और अलवर के मामले में भी सामने आया है। मुख्यमंत्री गहलोत का जब तक पूरी इन्वेस्टिगेशन नहीं हो पाती तब तक सही जानकारी सामने नहीं आ पाती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मीडिया रेप के मामलों को बढ़ा चढ़ा कर पेश करता है जबकि मीडिया का काम सच्चाई से अवगत करवाना है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि धौलपुर के अभियंता के 22 फ्रैक्चर बता दिए जबकि मैं खुद उनसे मिलकर आया हूं और डॉक्टर की रिपोर्ट में भी 6 या 7 फ्रैक्चर आए हैं। इसलिए सही जानकारी होना जरूरी है। सीएम गहलोत ने कहा कि हम आंकड़े छुपाते नहीं हैं, हम केंद्र से भी शिकायत करते हैं कि आंकड़े मत छुपाओ। एन एस एस ओ के चेयरमैन को आंकड़े छिपाने के चलते इस्तीफा देना पड़ गया था। मैंने विशेष आदेश दे रखे हैं कि कोई आंकड़े नहीं छुपाए।
रेप के मामले में तुरंत कार्रवाई
सीएम गहलोत ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो का आंकड़ा कहता है कि साल 19-20 और 21 में राजस्थान में अपराध कम हुए हैं लेकिन हमारी सरकार ने अनिवार्य एफआईआर प्रणाली लागू की, इसके चलते केस की संख्या बढ़ी है।रेप के मामले में राजस्थान में त्वरित कार्यवाही हो रही है।137 लोगों को उम्र कैद हुई है। 600 से ज्यादा लोगों को सजा हुई है।