जयपुर। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दोनों चरण समाप्त हो चुके हैं चुनाव की थकान तो जरूर दोनों ही दलों के नेताओं की खत्म हो गई है लेकिन प्रत्याशियों और नेताओं की धड़कनें अभी भी बड़ी हुई है और यह धड़कने आगामी 4 जून तक बनी रहेगी जब तक परिणाम नहीं आ जाता क्या रहेगा परिणाम क्या भाजपा लगातार तीसरी बार 25 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कर हैट्रिक लगा पाएगी ।
हालांकि ऐसा मुश्किल लग रहा है लेकिन यह तो परिणाम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा परंतु परिणाम के बाद यह जरूर निश्चित है कि राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में शेर बदल होगा और सरकार के मंत्रियों के क्षेत्र में मतदान और जीत का अंतर अगर काम रहा तो उन मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी होना आता है मुख्यमंत्री भजनलाल और उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बेरवा के क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत कम रहा ऐसे में क्या राजस्थान में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री में भी बदलाव होगा ?
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार आलाकमान ने मुख्यमंत्री के माध्यम से प्रदेश सरकार में 2 डिप्टी सीएम और 21 केबिनेट व राज्यमंत्रियों को चुनाव से पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उनके विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी की जीत का अंतर बड़ा होना चाहिए।
पार्टी उम्मीद कर रही है कि 23 विधायकों को मंत्री बनाए जाने से इनके विधानसभा क्षेत्र में तो भाजपा प्रत्याशी को बड़ी जीत मिलेगी। बताया जाता है की पार्टी नेताओं ने तो यहां तक कहा था कि विधानसभा चुनाव में मंत्री जितने वोट से जीते थे वहां पर भाजपा प्रत्याशी की इस बार उस क्षेत्र से उससे भी बड़े अंतर से जीत होनी चाहिए।
मंत्रियों के बूथों की भी होगी जांच
सूत्रों के अनुसार मंत्रियों के जिस बूथ पर वोट पड़ता है, उन बूथों पर क्या स्थिति रही। इसकी भी पार्टी परिणाम आने के बाद जांच करेगी। ऐसा कई बार देखा जा चुका है कि नेता जीत तो जाते हैं, लेकिन उनके खुद के बूथ पर वे हार जाते हैं।
अच्छा प्रदर्शन बढ़ा सकता कद
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रदेश के मंत्रिमंडल में बदलाव होगा और यह बदलाव चुनाव परिणाम पर निर्भर करेगा। परिणाम का असर मंत्रियों को मंत्रिमंडल फेरबदल में दिखेगा। जिन मंत्रियों के क्षेत्र में पार्टी की लोकसभा चुनाव में अच्छी योग्यता( कार्य)रहेगी अर्थात उनके क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी पार्टी की आशा के अनुरूप अच्छे अंतर से जीतेगा तो उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी और जिनके परिणाम खराब आएंगे। उनको नुकसान उठाना पड़ सकता है।

पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पार्टी ने करीब पन्द्रह विधायकों को इशारों-इशारों में यह कह दिया है कि यदि उनके क्षेत्र से बड़ी जीत मिलती है और पार्टी प्रत्याशी जीत जाता है तो मंत्रिमंडल फेरबदल में उनका कद जुलाई-अगस्त में बढ़ना तय है। ज्यादातर विधायकों को दोनों चरणों की वोटिंग से दो से तीन दिन पहले यह ऑफर दिया गया है।
उपमुख्यमंत्री – विधानसभा क्षेत्र- जीत का अंतर
दिया कुमारी – विद्याधर नगर – 71368
प्रेम चंद बैरवा – दूदू – 35743
केबिनेट मंत्री- विस क्षेत्र- जीत का अंतर
किरोड़ी लाल मीना- सवाईमाधोपुर- 22510
गजेन्द्र सिंह खींवसर- लोहावट- 10549
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ – झोटवाड़ा- 50167
मदन दिलावर- रामगंजमंडी – 18422
कन्हैयालाल चौधरी- मालपुरा- 16189
जोगाराम पटेल – लूणी- 24678
सुरेश रावत – पुष्कर – 13869
अविनाश गहलोत – जैतारण- 13526
सुमित गोदारा- लूणकरणसर- 8869

जोराराम कुमावत- सुमेरपुर- 27382
बाबू लाल खराड़ी – झाड़ोल-6488
हेमंत मीणा- प्रतापगढ़- 25109
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार – विस क्षेत्र- जीत का अंतर
संजय शर्मा- अलवर शहर- 9087
गौतम कुमार दक – बड़ी सादड़ी- 11832
झाबर सिंह खर्रा – श्रीमाधोपुर- 14459
हीरालाल नागर – सांगोद- 25586
राज्यमंत्री – विस क्षेत्र- जीत का अंतर
ओटाराम देवासी- सिरोही- 35805
मंजू बाघमार- जायल- 1565
विजय सिंह – नावां- 23948
के के विश्नोई – गुढ़ा
मालानी- 15217
जवाहर सिंह बेढम – नगर- 1531