जयपुर/ पहले यह माना जाता था कि एक उम्र के बाद हृदय का आदि बीमारियां होती है लेकिन वर्तमान दौर में बदले खान पान और पेंशन के तरीकों ने इस धारणा को पूरी तरह से बदल दिया है अब हृदय घात आदि बीमारियां कब और किसी भी उम्र में आ सकती है।
इसका प्रत्यक्ष उदाहरण राजधानी जयपुर में एक निजी स्कूलों में देखने को मिला जब कक्षा 9 में पढ़ने वाले एक छात्र को स्कूल में सीने में दर्द होने पर उसे अस्पताल ले जाएगा जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई चिकित्सकों के अनुसार छात्र की मौत हार्ट अटैक से हुई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जयपुर के करधनी थाना क्षेत्र रहने वाले तंवर सिंह के पुत्र योगेश 14साल का जो कक्षा 9 में एक निजी स्कूलों में पड़ता है शनिवार को योगेश का बड़ा भाई उसे स्कूल के बाहर दरवाजे तक स्कूटर से गेट पर छोड़कर गया था।
योगेश स्कूल के गेट से क्लासरूम तक जा रहा था कि अचानक उसे चक्कर आए और गिर पड़ा स्कूल प्रशासन में योगेश को पास में स्थित एक निजी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों से सीपीआर दिया और बच्चे की हालत में सुधार नहीं होने पर उसे तत्काल एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया और स्कूल प्रशासन में तत्काल एंबुलेंस करके बच्चे को एसएमएस हॉस्पिटल लेकर और उसके परिजनों को सूचना दी।
अस्पताल पहुंचने पर चिकित्साको ने छात्र योगेश को मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों के अनुसार छात्र योगेश की मौत हार्ट अटैक से हुई है उसकी मांसपेशियां अधिक सुखडने के कारण हार्ट अटैक आया चिकित्सकों के अनुसार सामान्य व्यक्ति के हार्ड का वजन ढाई सौ से 300 ग्राम होता है लेकिन योगेश के हार्ड का वजन 650 ग्राम था उसका हार्ड पंप काम नहीं कर रहा था जिस कारण उसकी मौत हुई।