जयपुर। शिक्षा विभाग में उच्च अधिकारियों द्वारा और निचले अधिकारियों द्वारा बरती जारी रही कार्य के प्रति शिथिलता को लेकर आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिक्षा शासन सचिव नवीन जैन ने प्रदेश के सभी शिक्षा अधिकारियों की अच्छी खासी क्लास लेते हुए उन्हें सख्त स्वर में कहा की वह भाई भतीजावाद नहीं निभाएं और निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करें ।
शिक्षा शासन सचिव नवीन जैन ने आज आर के एस एम बी सहित विभाग की विभिन्न योजनाओं और कार्य प्रणाली को लेकर प्रदेश के सभी शिक्षा अधिकारियों संस्था प्रधानों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए क्लास ली और उन्होंने इस विषय में कहा कि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी का दायित्व होता है कि वह पूरी तरह से अपने जिले में मॉनिटरिंग रखें तथा कमियां और खामियां पाई जाने पर और शिथिलता बढ़ते जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस दे।
इसी तरह जिला शिक्षा अधिकारी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पीईईओ व संस्था प्रधानों को नोटिस दे लेकिन आज तक प्रदेश इस प्रकार सख़्ती से कोई कार्यवाही की है इसका मतलब यह है कि सभी कार्य प्रदेश में विभाग में सही चल रहे हैं सभी विद्यालय सुचारु रूप से चल रही है जबकि वास्तविकता में ऐसा नहीं है।
सचिव नवीन जैन ने स्कूलों में विद्यार्थियों को दी जाने वाली छात्र डायरी को लेकर भी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आज तक विद्यार्थी डायरी में विद्यार्थी के अभिभावकों के लिए कुछ संदेश लिखा गया क्या ? आखिर क्यों नहीं? इसी तरह अन्य बिंदुओं को लेकर भी शिक्षा सचिव नवीन जैन आजअधिकारियों को सख़्ती से निर्देश दिए और चेतावनी भरे शब्दों में कहा की पूरी निष्ठा एवं लगन के साथ कार्य करें ।
शिक्षा सचिव नवीन जैन ने वी सी मे दिए प्रमुख निर्देश
1- सभी सरकारी स्कूलों में प्राथमिक उच्च प्राथमिक स्तर की कक्षाओं की उपेक्षा ना हो उनकी मॉनिटरिंग नियमित हो!
2- आरकेएसएमबी मैं किसी तरह के लापरवाही नहीं बरते लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों संस्था प्रधानो/पीईईओ,सीबीईओ,डीईओ और सीडीईओ के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी
3- प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में विशेष कर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए पढ़ने वाले शिक्षकों L1 और L2 पर्याप्त मात्रा में है कोई भी पद खाली नहीं है राजस्थान ही ऐसा प्रदेश है जहां इस तरह की व्यवस्था है उसके बाद भी प्राथमिक उच्च और उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों पर शिक्षक पूरा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं ऐसा नहीं चलेगा लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों और अधिकारियों को नोटिस मिले और उनका वेतन रोका जाये!
4- विभाग द्वारा दी जाने वाली सामग्री मॉडल प्रश्न पत्र, नोटबुक डायरी आदि जो विद्यार्थियों को दी जाने वाली है उनको नियत समय पर छात्र तक पहुंचाएं!
5- चाइल्ड केयर लीव(CCL) पर अब रोक रहेगी! किसी शिक्षक के एक पुत्र /पुत्री की बोर्ड की परीक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण विद्यालय के बोर्ड के 80-90 विद्यार्थियों की पढ़ाई है इसलिए चाइल्ड केयर लीव अब नहीं दी जाएगी!