विवादों में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक, महेंद्र चौधरी के बाद गणेश घोगरा पर भी एफआईआर

Sameer Ur Rehman
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जयपुर। एक ओर जहां प्रदेश में हिंसा और सांप्रदायिक तनाव की बढ़ रही घटनाओं ने गहलोत सरकार की चिंता बढ़ाई हुई है तो वहीं दूसरी ओर सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों का विवादों में आना सरकार के लिए परेशानी का सबब बन गया है। एक के बाद एक सत्तारूढ़ कांग्रेस के कई विधायक इन दिनों विवादों में घिर गए हैं, जिससे विपक्ष को भी सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है। कांग्रेस विधायकों पर अलग-अलग मामलों में एफआईआर दर्ज होने के चलते सत्ता और संगठन में भी चिंता बढ़ गई है। दरअसल मार्च से लेकर अब तक कांग्रेस के 3 विधायकों पर अलग-अलग मामलों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

एसडीएम को बंधक बनाने पर कांग्रेस विधायक घोगरा पर एफआईआर दर्ज

दरअसल मंगलवार को डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक और युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोगरा पर मंगलवार को डूंगरपुर की सुरपुर पंचायत में प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान एसडीम सहित विभिन्न अधिकारियों को पंचायत भवन में बंधक बनाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। गणेश घोघरा के समर्थकों पर भी एफआईआर दर्ज हुई है। डूंगरपुर के तहसीलदार ने विधायक पर गैरकानूनी तरीके से काम कराने और बंधक बनाने का मुकदमा दर्ज करवाया था। ऐसा पहली बार नहीं है जब गणेश घोगरा विवादों में आए हों, इससे पहले भी वह अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में रहे हैं। गणेश घोगरा प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल कलराज मिश्र को लेकर भी विवादित बयान दे चुके हैं। उनके बयानों को लेकर बीजेपी ने भी जमकर कांग्रेस पार्टी और सरकार को घेरा था। हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान भी शराब पर दिए गए बयान को लेकर भी गणेश घोगरा विवादों में रहे थे।

महेंद्र चौधरी पर भी हत्या के मामले मुकदमा दर्ज

वहीं नावां से कांग्रेस विधायक और विधानसभा में उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी पर भी हाल ही में जयपाल सिंह पूनिया हत्याकांड मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले को लेकर सियासत भी तेज है। नागौर से रालोपा सांसद हनुमान बेनीवाल ने महेंद्र चौधरी की गिरफ्तारी की मांग लेकर जयपुर कूच किया था। पुलिस ने भी इस मामले में महेंद्र चौधरी के भाई समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी गठित की है। महेंद्र चौधरी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बेहद करीबी माना जाता है। महेंद्र चौधरी पर दर्ज एफआईआर के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है।

गिर्राज सिंह मलिंगा भी हुए थे गिरफ्तार

इधर बाड़ी से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा भी बिजली कर्मचारियों से मारपीट के मामले में विवादों में रहे थे। हाल ही में 11 मई को इस मामले में विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने जयपुर पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था जिसके बाद धौलपुर में कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए थे। हालांकि सोमवार को गिर्राज सिंह मलिंगा को इस मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी।

जयपुर में रफीक खान पर भी दर्ज हुई थी एफआईआर

जयपुर के आदर्श नगर से कांग्रेस विधायक रफीक खान पर भी बीते साल 1 जून 2021 को कोरोना महामारी एक्ट का उल्लंघन करने और जनाजे में हजारों की भीड़ एकत्रित करने के मामले में पर पुलिस ने रामगंज थाने में महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले में बीजेपी ने भी सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए थे।

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Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/