जयपुर/ राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच वर्चस्व और कुर्सी की लड़ाई के बीच चल रहे सियासी घमासान को निपटाने की जिम्मेदारी अब वेणुगोपाल को सौंपी गई है और इसी के साथ ही यात्रा तक दोनों ही गुटों को सीजफायर की रणनीति अपनाने के निर्देश आलाकमान से दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 1 सप्ताह पूर्व एक टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में सचिन पायलट को गद्दार करार देने के बयान के बाद मचे बवाल और इसके बाद सचिन पायलट द्वारा गहलोत पर निशाना साधते हुए।
उनको कटघरे में खड़ा करने के बयान से राजस्थान की कांग्रेस सियासत में जबरदस्त उबाल आ गया इसी बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने का समय भी नजदीक आने से कांग्रेस आलाकमान ने कैसे बैठू गोपाल को भारत जोड़ो यात्रा तक राजस्थान मैं नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है और इसी के साथ ही इस विवाद को यात्रा तक शांत रखने अर्थात सीजफायर रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
आज केसी वेणुगोपाल ने जयपुर में कांग्रेस पर रूम में कमेटी की बैठक लिए जिसमें 33 से अधिक राजस्थान कांग्रेस के मंत्री और वरिष्ठ विधायक नेता गण शामिल हुए हैं इस बैठक में पहली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ शामिल हुए हैं।
इस बैठक में राहुल गांधी की झालावाड़ से शुरू होने वाली राजस्थान की यात्रा जो झालावाड़ से अलवर तक 521 किलोमीटर की यात्रा करीब 6 जिलों से होकर गुजरेगी इस यात्रा के मार्ग और बिंदु वार चर्चा की गई है तथा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मंत्रियों से यात्रा के पूरे मार्ग का जायजा लिया यात्रा राजस्थान में 17 से 20 दिन तक रहने की संभावना है।
गहलोत और पायलट के बीच दे रहे विवाद को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा तक शांत रखने सीजफायर रखने के निर्देश मिले हैं वहीं सूत्रों के अनुसार कैसे रेणु गोपाल को आलाकमान ने गहलोत और पायलट के बीच चल रहे इस विवाद को निपटाने की जिम्मेदारी भी दी है जो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद इस पर केसी वेणुगोपाल काम करेंगे।