जयपुर/ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए संविदा पर भर्तियां शुरू करने की घोषणा गले की फांस बनती नजर आ रही है एक तरफ कांग्रेस के सुप्रीमो माने जाने वाले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गुजरात और उत्तर प्रदेश में संविदा भर्ती खत्म कर स्थाई नौकरी लगाने का वादा अपने दोनों पर कर रहे हैं।
और दूसरी और राजस्थान में मुख्यमंत्री गहलोत राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के इन वादों की वादाखिलाफी कर संविदा पर भर्तियां कर रहे हैं और इन्हीं सविता पर भर्तियां करने घोषणा को लेकर अब राजस्थान में अगले नए साल में बड़े आंदोलन की चेतावनी बेरोजगारों किस अंग द्वारा की गई है।
राजस्थान में संविदा पर हो रही भर्तियों को लेकर विरोध शुरू हो गया है। बेरोजगारों ने कहा कि एक और जहां कांग्रेसी नेता गुजरात और उत्तर प्रदेश में संविदा भर्ती खत्म कर स्थाई नौकरी लगाने का वादा कर रही है। वहीं दूसरी ओर राजस्थान में स्थाई नौकरी की जगह संविदा पर भर्तियां की जा रही है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
अगर राजस्थान सरकार ने संविदा भर्ती प्रक्रिया को बंद नहीं किया। तो 9 फरवरी से प्रदेश के हर गांव और ढाणी में कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत करेंगे। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने यह ऐलान किया है ।
बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अनुसार राहुल गांधी गुजरात में संविदा नौकरी खत्म कर स्थाई नौकरी लगाने का वादा कर रहे हैं। वहीं यूपी में भी प्रियंका गांधी ने संविदा नौकरी को बेकार बताया था। लेकिन अब राजस्थान सरकार स्थाई नौकरी की जगह संविदा मॉडल लागू करना चाहती है।
संघ ने ऐलान किया है की
जिसे हम किसी भी सूरत में लागू नहीं होने देंगे। अगर सरकार ने संविदा पर हो रही भर्तियों को खत्म कर स्थाई भर्तियां नहीं निकाली तो संघ फरवरी में पूरे राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ गांव-ढाणी तक घूम प्रचार करेंगे। ताकि 2023 में युवा विरोधी कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया जा सके।
विदित है कि राजस्थान मे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही मे प्रदेश की सरकारी स्कूलों में 90 हजार से ज्यादा पदों पर गेस्ट फैकल्टी के तहत शिक्षको की भर्ती की जा रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग में भी संविदा पर कर्मचारियों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की जा चुकी है।
प्रदेशभर में रिक्त चल रहे 1 लाख से ज्यादा पदों पर संविदा के तहत की जा रही भर्ती को लेकर बेरोजगारों ने विरोध शुरू कर दिया है। ऐसे में अब देखना होगा प्रदेश भर में बढ़ते विरोध को कम करने के लिए कांग्रेस पार्टी क्या कदम उठाती है।