कर्मचारी ने पैसे के लालच में कपिल की हत्या का जुर्म खुद पर ले लिया
जयपुर
सूरजगढ़ पुलिस ने कपिल डागर हत्याकांड का रविवार को खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई है। हत्याकाण्ड में कपिल जिस सिक्योरिटी कंपनी में काम करता था उसका मालिक भी शामिल है।
पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि हत्याकांड में शामिल दिल्ली निवासी आजाद सिंह और रविन्द्र को गिरफ्तार किया है। आजाद उस कंपनी का मालिक है जिसमें कपिल सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था। मृतक कपिल का आजाद के रिश्तेदार की लड़की से अवैध संबंध थे। इस बात से नाराज आजाद काफी से समय से कपिल को ठिकाने लगाने की योजना बना रहा था।
आजाद ने पिलानी सूरजगढ़ में कपिल को ठिकाने लगाने के लिए सुनसान जगह की रैकी की थी और मौका मिलते ही घटना को अंजाम दे दिया। आजाद ने अपनी गाड़ी में साले रविन्द्र के साथ घूमने का बहाना बनाकर कपिल को अपने साथ ले गया और रास्ते में शराब पिलाकर गाड़ी में ही मारपीट कर गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया और लाश की पहचान छुपाने के लिए सूरजगढ़-पिलानी रोड के जीणी गांव के जोहड़े में सुनसान जगह देखकर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जला दिया ।
जिस दिन कपिल की लाश को जलाया गया था उस दिन कपिल की जेब में टूटा हुआ मेमोरी कार्ड मिला था। मेमोरी कार्ड को खोलने के बाद उसमें कपिल के पहचान वाले का सर्टिफिकेट मिलने से शव की पहचान हुई थी। उसके बाद कपिल के जान पहचान वालों से मामले में पूछताछ की गई।
ग्रामीणों से पूछताछ में सामने आया था कि जिस गाड़ी में लाश को लाकर जलाया गया उस गाड़ी के आखिरी नंबर 65 है। उसी की निशानदेही पर पुलिस ने कपिल के जान पहचान वालों से पूछताछ की। जांच में आजाद के पास 65 नंबर की गाड़ी होना पाया गया। जब आजाद से पूछताछ की गई तो उसने अपनी गाड़ी साले रविन्द्र के पास होना बताया और रविन्द्र ने यह गाड़ी उनकी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी के पास होना बताया ।
कर्मचारी को दोनों आरोपियों ने पैसे का लालच देकर हत्या का जुर्म खुद पर लेने का दवाब बनाया। कर्मचारी ने पैसे के लालच में कपिल की हत्या का जुर्म खुद पर ले लिया। पुलिस को जब कर्मचारी की बातों पर शक हुुआ तो कपिल के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरो की जांच की गई। सीसीटीवी में गाड़ी में तीन लोगों के सवार होने की फुटेज नजर आई तो पुलिस का शक और गहरा हो गया।