जयपुर । राजस्थान में झुलसाने वाली गर्मी का दौर जारी है। दिन में आसमान से अंगारे बरस रहे हैं तो रात में भी गर्म हवा के थपेड़ों से आमजन पस्त हो चुका है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आगामी चौबीस घंटे में प्रदेश का पश्चिमी इलाका रेड अलर्ट पर रहेगा और दिन में पारा 45 डिग्री व उसके पार ही रहने वाला है। प्रदेश की इस तपती गर्मी के बीच एक राहत भरी खबर भी मौसम विभाग की ओर से आई है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अरब सागर के दक्षिणी भाग में बन रही सकारात्मक परिस्थितियों के कारण मानसून मंगलवार शाम तक केरल तट पहुंचने की उम्मीद है। जिसके चलते केरल और लक्षद्वीप में भारी बारिश की उम्मीद है। इसी के साथ दूसरी तरफ प्रदेश के पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में अगले कुछ दिनों में गर्मी के तीखे तेवरों से थोड़ी राहत मिलने के आसार मौसम विभाग जता रहा है अगले 48 से 72 घंटे मानसून केरल के तट पर पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने कहा, जैसा अनुकूल माहौल है उसे देखते हुए मानसून केरल तट पर 29 मई को पहुंच सकता है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव राजीव ने रविवार को कहा, मानसून रास्ते में है। 72 घंटे में केरल और लक्षद्वीप में भारी बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग ने मेकुनु चक्रवात से मानसून प्रभावित होने की आशंका खारिज की है। मौसम विभाग कह चुका है कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। इससे सूखा और कम बारिश की मार झेल रहे कृषि क्षेत्र को राहत मिलेगी। प्रदेश में गर्मी का असर बरकरार रहा। बूंदी व झालावाड़ में पारा 48 डिग्री पर बना हुआ है। यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। उदयपुर के धारियावाद और दौसा जिले के लालसोट में भी अधिकतम तापमान 48 डिग्री पर पहुंच गया। बारां जिले में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने अगले दो तीन दिन में हीट वेव चलने की आशंका जताई है। राजधानी में आज सुबह सात बजे अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहा वहीं स्थानीय मौसम केंद्र ने आज शहर का अधिकतम तापमान 45 डिग्री के आस पास रहने का अनुमान जताया है। मंगलवार शाम तक दक्षिण पश्चिमी मानसून केरल तट पर उपस्थिति दर्ज करा सकता है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में चक्रवाती तंत्र सक्रिय होने व छितराई बौछारों के असर से प्रदेश के पूर्वोत्तर भागों में गर्मी के तेवर थोड़े नर्म रहने की उम्मीद है। बीते चौबीस घंटे में राजधानी समेत प्रदेश के कई इलाकों में पारा 45 डिग्री व उसके पार दर्ज हुआ। दिन में मानों आसमान से आग बरसती महसूस हो रही है जिसके चलते राजधानी की सडक़ों पर सन्नाटा पसर रहा है तो सूर्यास्त के बाद भी सामान्य दिनों की तुलना में लोगों की आवाजाही कम नजर आ रही है।