जयपुर। प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने 7 सितंबर को अपने 45 वें जन्मदिन से 1 दिन पहले आज अपना भव्य जन्मदिन समारोह मनाकर अपनी ताकत दिखाई तो वहीं कई सियासी संदेश भी दिए। दिलचस्प बात तो यह है सचिन पायलट जन्मदिन से 1 दिन पूर्व ट्विटर पर भी दो हैशटेग के साथ नंबर वन और नंबर दो तक ट्रेंड हुए। सचिन पायलट समर्थकों ने जहां “सचिन संगराजस्थान” को 39 हजार से ट्वीट के जरिए ट्विटर पर नंबर 1 ट्रेंड न कराया तो #सचिन पायलट भी नंबर दो तक ट्रेंड करता रहा।
ट्विटर पर नंबर वन व नंबर दो तक के जरिए पहुंचने से कांग्रेस के सियासी गलियारों में भी चर्चाएं हैं कि सोशल मीडिया पर सचिन पायलट की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है।
दरअसल सचिन पायलट का जन्मदिन साथ सितंबर को आता है लेकिन 7 सितंबर को कन्याकुमारी से कश्मीर तक शुरू होने वाली भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए सचिन पायलट कन्याकुमारी जाएंगे ऐसे में उन्होंने एक दिन पहले ही आज जन्मदिन मना कर अपना शक्ति प्रदर्शन कर दिया।
इससे पहले अपने आवास पर मनाए जन्मदिन समारोह में पायलट को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने गहलोत कैंप के भी कई विधायक पहुंचे। करीब एक दर्जन से अधिक विधायकों ने पायलट को शुभकामनाएं दी।
इसी बीच राजधानी जयपुर में अचानक इंटरनेट ठप हो गया, जिस कारण लाइव प्रसारण में इंटरनेट बंद होने से पायलट का संबोधन भी बीच में ही रुक गया।जन्म दिवस समारोह में प्रदेशभर के जिलों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। जयपुर में दर्जनों चौराहों पर पायलट समर्थकों ने जन्म शुभकामना के होर्डिंग,बैनर और पोस्टर लगाए। हर बार की तरह इस बार भी सचिन पायलट के जन्मदिन पर जो केक काटा गया, वो उनकी उम्र के जितने वजन यानी 45 किलो का केक काटा गया। केक मोती डूंगरी गणेश मंदिर के लड्डू के रूप में बनाया गया।
गहलोत समर्थक विधायक भी बधाई देने पहुंचे
पायलट समर्थक विधायकों, पीसीसी पदाधिकारियों, पूर्व पदाधिकारियों के अलावा गहलोत समर्थक 4 विधायक भी बधाई देने पहुंचे। इन विधायकों में गंगा देवी, सुरेश टांक, ओमप्रकाश हुडला, प्रशांत बैरवा और इंदिरा मीणा शामिल हैं।
इसके अलावा पायलट समर्थक विधायक मंत्री बिजेंद्र ओला, रामनिवास गावड़िया, जीआर खटाणा, वेद प्रकाश सोलंकी, हरीश मीणा, सुरेश मोदी, पी आर मीणा, राकेश पारीक, विधायक मुकेश भाकर, वीरेंद्र चौधरी, गिरिराज सिंह मलिंगा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, अमर सिंह जाटव और सुरेश मोदी भी जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुंचे। विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह भी पहुंचे थे।