जयपुर । पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कहा है कि निजी स्कूलों में फीस वृद्धि में मनमानी को लेकर अभिभावक परेशान हैं, सड़कों पर उतर आए हैं, 20 से 50 प्रतिशत तक की फीस वृद्धि ने सरकार की नाकामी को पूरी तरह उजागर कर दिया है। उन्होंने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि फीस नियंत्रण में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। महंगाई सूचकांक के आधार पर विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए औचित्यपूर्ण फीस निर्धारित करनी चाहिए। स्कू लों में अब भी कापी-किताबें, बस्ते, ड्रेस, जूते स्कू ल से या उनके द्वारा निर्धारित दुकानों से ही खरीदने पड़ते हैं, जिनकी कीमतें सामान्य दरों से कहीं ज्यादा होती है। गहलोत ने कहा सरकार या तो खुद किताबें छपवाए या अधिकतम मूल्य निर्धारित करे। बस्ते और ड्रेस की दरें भी खुले बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक दरों के अनुसार तय की जानी चाहिए।