जयपुर। राजस्थान में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान सचिवालय के पीछे योजना भवन में बेसमेंट में बंद पड़ी अलमारी से मिली करोड रुपए की नगदी और सोना के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अभियोजन शिकायत को कोर्ट ने मंजूरी दे दी है कोर्ट से अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद ईडी हरकत में आ गई है और किसी के साथ राजस्थान के कुछ वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ईडी की रडार पर आ गए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की प्राथमिक की को आधार बनाकर कोर्ट में अपील की थी और गहलोत सरकार के सत्ता में रहते हुए इस मामले में कोर्ट से आयोजन की स्वीकृति नहीं मिल पाई थी लेकिन अब कोर्ट से अभियोजन की स्वीकृति मिलने के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय जांच में तेजी लाएगा और कुछ वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों से पूछताछ के लिए नोटिस भी शीघ्र जारी हो सकते है ।
क्या था मामला
19 मई 2023 की रात जयपुर में सचिवालय के ठीक पीछे योजना भवन के बेसमेंट की बंद पड़ी अलमारी से 2.31 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी और एक किलो सोना बरामद हुआ था। अलमारी में रखे ट्रॉली सूटकेस में 2000 और 500 के नोट थे। अलमारी से 2000 के 7,298 और 500 रुपए के 17,107 नोट मिले थे। सोने की सिल्ली पर मेड इन स्विट्जरलैंड लिखा था। सोने की कीमत करीब 62 लाख बताई जा रही थी।
एसीबी ने कैश और गोल्ड रिकवरी केस में एफआईआर दर्ज कर रखी है
एसीबी की एफआईआर में आरआईएसएल के तत्कालीन चेयरमैन आईएएस अखिल अरोड़ा के खिलाफ सरकार से जांच की अनुमति मांगी थी। इसके लिए एसीबी के तत्कालीन डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने 6 अक्टूबर 2023 को राज्य सरकार के कार्मिक विभाग को पत्र भी लिखा था। कैश और गोल्ड रिकवरी मामले में एसीबी की जांच के बाद ईडी की टीम ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार भी किया था।
इसके साथ ही ईडी ने इसी मामले को लेकर राजस्थान, दिल्ली और महाराष्ट्र में 25 ठिकानों पर रेड भी की थी। इसी मामले में पब्लिक अगेंस्ट करप्शन के सदस्य टीएन शर्मा ने भी मामले की जांच सीबीआई से करवाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है।
ईडी जारी कर सकती है नोटिस
ईडी सूत्रो के अनुसार ईडी इस केस में कुछ लोगों को पूछताछ के लिए मुख्यालय बुला सकती हैं। सम्भावना है कि ईडी आने वाले दो दिन में केस में शामिल एसीबी के आईओ को भी जानकारी लेने के लिए ईडी मुख्यालय बुला सकती है। अभियोजन स्वीकृति नहीं मिलने के कारण उस दौरान एसीबी ने कई जिम्मेदारों से पूछताछ नहीं की थी। ईडी इस मामले मे वरिष्ठ आईएएस अखिल अरोड़ा सहित कुछ आईएएस अधिकारियो से पूछताछ कर सकती है ।