जयपुर। नीट पेपर लीक परीक्षा घोटाले को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है और इस फर्जी वादे को लेकर देशभर मे अलग-अलग राज्यों में मुकदमे दर्ज हुए हैं और सीबीआई में अब तक 25 से अधिक गिरफ्तारियां की है । नीट परीक्षा के फर्जीवाडे की आंच राजस्थान तक भी पहुंच गई और झालावाड़ मेडिकल कॉलेज की 10 छात्र-छात्राओं को सीबीआई ने गिरफ्तार भी किया लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस मामले को मीडिया से दबा कर रखा और किसी को भनक तक नहीं लगने दी लेकिन मामला उजागर हो गया है।
नीट परीक्षा पेपर लीक की आग पूर्व मुख्यमंत्री वसुधंराराजे के निर्वाचन क्षेत्र राजस्थान के झालावाड़ मे स्थित मेडिकल कॉलेज तक पहुंच गई है ।सीबीआई की टीम ने इस कॉलेज के 10 छात्रों को गिरफ्तार किया है जिनमें से 8 को जमानत मिल चुकी है, जबकि 2 छात्र अभी भी पुलिस हिरासत में हैं। इन छात्रों पर 15-15 लाख रुपए लेकर डमी केंडिडेट बनकर परीक्षा देने का आरोप है। इनमें कुछ छात्राएं भी शामिल हैं। ये सभी छात्र राजस्थान के ही रहने वाले और एमबीबीएस फर्स्ट ईयर से इंटर्नशिप तक के हैं।
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा इस मामले को लेकर लम्बे समय तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई और इसे मीडिया से छुपा कर दबा कर रखा गया। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुभाष चंद्र जैन से जब इस मामले पूछा गया तो वह लगातार मामले को टालते रहे। बाद में डीन डॉ. जैन ने इस कार्रवाई की पुष्टि कर दी। उन्होंने बताया है कि बीते दिनों दिल्ली और मुम्बई से सीबीआई की टीमें आई थीं, जो कॉलेज में पढ़ने वाले 10 छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार करके ले गईं थीं।
इस मामले में मेडिकल कॉलेज झालावाड़ के असिस्टेंट एकेडमिक प्रोफेसर डॉ. मयंक जैन ने बताया कि 15 दिन पहले दिल्ली पुलिस की जांच टीम ने हमसे 10 छात्रों के बारे में जानकारी मांगी थी। हमने उनके नाम बता दिए थे। ये सभी छात्र झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के थे। पूछताछ के बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया था।
इनमें से 8 छात्रों की बाद में जमानत हो गई थी, जबकि 2 छात्रों से मुम्बई की टीम ने पहले पूछताछ की, फिर उन्हें गिरफ्तार कर ले गए। अभी दोनों छात्र मुम्बई क्राइम ब्रांच की हिरासत में हैं।
डॉ. मयंक जैन ने यह भी कहा कि किसी भी छात्र को सेंटर से गिरफ्तार नहीं किया गया था। दिल्ली पुलिस की जांच टीम को हमने जानकारी दी तो छात्र-छात्राओं से से पूछताछ की थी। जानकारी के अनुसार इन छात्रों पर 15-15 लाख रुपए लेकर डमी केंडिडेट बनकर परीक्षा देने के आरोप है। इनमें कुछ छात्राएं भी हैं।।