जयपुर/ राजस्थान के उदयपुर में 5 दिन पूर्व उदयपुर अहमदाबाद रेलवे मार्ग पर सलूंबर के निकट पुल पर बने ट्रैक पर विस्फोटक से उड़ाने की साजिश रची गई थी इस मामले का कड़ी मेहनत अथक प्रयासों के बाद एटीएस पुलिस में इसका खुलासा करते हुए एक नाबालिग सहित चार दोनों को हिरासत में लिया है।
विदेशी बीएफ बीएफ एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ इस मामले का खुलासा करते हुए आज शाम मीडिया को वार्ता में बताया कि इस ब्लास्ट के मामले में धूलचंद मीणा 32 प्रकाश में 18 और 17 साल के लड़के को पकड़ा है तीनों ही उदयपुर के जावर माइंस एकलिंगपुरा गांव में रहने वाले हैं और इन्हीं के साथ ही इन तीनों को विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराने के मामले में अंकुश सुवालका को हिरासत में लिया गया ।
अंकुश वालों का के पिता फतेह लाल सुवालका की विस्फोटक बेचने के लाइसेंस शुदा शॉप है राठौर ने बताया कि पूछताछ में इन सभी ने इनका उद्देश्य जनहानि पहुंचाना नहीं था और इसके साथ ही डूंगरपुर के आसपुर में नदी में मिली जिलेटिन के साथ कांटों से कोई वास्ता नहीं है।
एडीजी राठौड़ ने बताया कि मुख्य आरोपी धूलचंद हिंदुस्तान जिंक मैं पहले काम कर चुका है लास्ट इनके बारे में उसे थोड़ी बहुत पहले से ही जानकारी थी उसने अपने गांव के रहने वाले चचेरे भाइयों को इस प्लान में शामिल किया ।
उसने दोनों भाइयों से कहा था कि हल्का नुकसान होगा इसलिए दोनों इसकी बातों में आ गए बताया जाता है कि 1974-74 और 1980 में धूल चंद मीणा की जमीन रेलवे और हिंदुस्तान जिंक ने अधिग्रहण की थी इसके बाद उसको मुआवजा या नौकरी नहीं मिली इसके लिए वे लगातार कई सालों से प्रयासरत था ।
लेकिन जब कोई मदद नहीं मिली तो मानसिक रूप से परेशान और आगे स्विच ऑफ कर उसने रेलवे ट्रैक उड़ाने की योजना बनाई और इसी योजना के तहत उसने इन तीनों को शामिल करते हुए 12 नवंबर को रात 11:00 बजे उदयपुर अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने ट्रैक पर ट्रेन के गुजरने के बाद ब्लास्ट किया इस बात का खुलासा इन आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में किया है ।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सब बदला लेने के लिए किया इस घटना के बाद तीनों मोटरसाइकिल से रवाना हो गए थे और उदयपुर के सबीना में एक जगह छुपे हुए थे जिन्हें आज गिरफ्तार किया गया।