जयपुर/ राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार अब कामचोर कार्मिक और अधिकारियों पर पूरी तरह से शिकंजा करने के मूड में आ गई है और इसके लिए सरकार ने शक्ति दिशा निर्देश भी जारी कर दी हैं अब जिस कर में का रिकॉर्ड खराब होगा उसका तबादला करने के साथी उसके खिलाफ करवे की जाएगी तथा कार्य समय के दौरान अब कर्मचारी इधर-उधर फालतू कार्यालय में या कार्यालय के बाहर घूमते नजर आए तो उनकी खैर नहीं ।
भजनलाल सरकार अब प्रदेश की आम जनता को राहत देने के साथी उनकी समस्याओं का त्वरित गति से निधन हो और उनके सरकारी कार्यालय में कार्य लंबित न हो तथा जनता के प्रति जवाब दे ही सरकार के फार्मूले को लेकर एक्शन में आई आ गई है और सरकार ने इसके लिए फॉर्मूला बनाते हुए दिशा निर्देश जारी किए है।
दिशा निर्देश और गाइडलाइन के अनुसार अगर आप किसी भी कार्मिक का रिकॉर्ड खराब हुआ तो उसका तबादला अन्य जिले में कर दिया जाएगा तथा राजपत्रित अधिकारी हर सप्ताह अपने अधीनस्थ कार्यों का निरीक्षण करेंगे।
जिला कलेक्टर हर सोमवार को जनसुनवाई कर रिपोर्ट जयपुर भेजेंगे। दिशा निर्देशों के अनुसार अब कार्यालय सवेरे 9:30 बजे खुलने के बाद शाम 6:00 बजे कार्यालय बंद होने तक कार्मिक घर नहीं जा सकेंगे लंच आधे घंटे का होगा।
बिना अनुमति के कार्यालय कोई भी कार्विंग नहीं छोड़ सकेगा यही नहीं दिशा निर्देशों के अनुसार कार्यालय समय के दौरान कैंटीन में बैठना मौज मस्ती करना टहलने राजनीति करना और उपाय क्या करना अब नामुमकिन होगा।
ऐसा करने वाले कार्मिक कि अब खैर नही होगी । सरकार का लक्ष्य है कि हर साल 13000 से अधिक अचानक सेंड किए जाएंगे और हर महा 1200 से अधिक निरीक्षण होंगे।
सभी कलेक्टर संभाग के आयुक्त एसडीएम एसडीओ वीडियो शिक्षा अधिकारी सीएमएचओ सभी को हर सप्ताह दो अचानक निरीक्षण करने होंगे और इसकी रिपोर्ट जयपुर सरकार को भेजनी होगी जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चीफ सेक्रेटरी सुधांश पंत करेंगे ।