करौली । प्रदेश के प्रमुख दस पशु मेलों में शुमार करौली का प्रसिद्ध शिवरात्रि पशु मेला इस बार 24 फरवरी से शुरू होगा।
हालांकि मेला उद्घाटन से पहले ही पशु मेले को लेकर यहां मेला दरवाजे बाहर मेला मैदान पर पशुओं की आवक भी शुरू हो गई। इनमें विशेष रूप से अभी ऊंट लेकर पशुपालक मेले में पहुंचे हैं, लेकिन मेला मैदान पर अभी गंदगी की समस्या बनी हुई है,।
जिससे पशुपालकों को परेशानी होती है। वहीं मैदान के इर्द-गिर्द बबलू के पेड़ भी लगे हैं। पशुपालन विभाग के सूत्रों के अनुसार सफाई कार्मिक ही मेला मैदान पर कचरा डाल जाते हैं।
हालांकि मेले के मद्देनजर सफाई तो कराई गई है, लेकिन यह सफाई अभी आधी-अधूरी ही हुई है, जिससे अभी भी मैदान पर कचरा बिखरा पड़ा है, जबकि आगामी दिनों में अभी पशुपालकों की संख्या में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जो अपने पशुओं को लेकर मेले में आएंगे। लेकिन कचरा पड़ा होने से उन्हें परेशानी होगी।
गौरतलब है कि जिला मुख्यालय पर रियासतकाल से ही शिवरात्रि पशु मेले का आयोजन होता रहा है। इसके बाद वर्ष 1964 से इस मेले का आयोजन पशुपालन विभाग की ओर से प्रतिवर्ष कराया जा रहा है।
मेला गेट बाहर स्थित मेला मैदान पर पशु मेला आयोजित होता है। इसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से विभिन्न वंश के हजारों पशु आते रहे हैं। इनमें गौवंश, भैंसवंश, उष्ट्रवंश, अश्ववंश, बकरा-बकरी आदि शामिल हैं। हालांकि मेले में पशुओं की संख्या में पिछले वर्षों में कमी आई। अब मेले में विशेष रूप से उष्ट्रवंश व भैंसवंश ही आता है।
कलक्टर करेंगे उद्घाटन
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. गंगासहाय मीना ने बताया कि इस बार 24 फरवरी से शिवरात्रि पशु मेले का आयोजन होगा। मेले को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि मेले का उद्घाटन 24 फरवरी को सुबह 11 बजे पशु मेला मैदान पर जिला कलक्टर निलाफ सक्सेना करें, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता पशुपालन विभाग भरतपुर के अतिरिक्त निदेशक (क्षेत्र) डॉ. नगेश कुमार द्वारा की जाएगी।
चार चेक पोस्ट स्थापित
मेले के मद्देनजर विभाग की ओर से 4 चेक पोस्ट भी शुरू कर दी गई हैं। इन चेक पोस्ट के जरिए पशुओं के आवक-जावक की जानकारी रखी जाएगी। विभाग ने गणेश गेट, पावर हाउस, नदी गेट तथा अम्बेडकर सर्किल के समीप चेक पोस्ट स्थापित हैं।
इनका कहना है……….
इस बार शिवरात्रि पशु मेले का उद्घाटन 24 फरवरी को होगा। मेले को लेकर चार चेक पोस्ट स्थापित करते हुए अन्य तैयारियां की जा रही हैं। हालांकि पशुपालकों का आना शुरू हो गया है। मेला मैदान पर सफाई कार्मिक ही कचरा डाल देते हैं। वैसे मेले के मद्देनजर सफाई कराई गई है।
डॉ. गंगासहाय मीना, संयुक्त निदेशक, पशुपालक विभाग, करौली