Kota News – जिले के जेके लोन अस्पताल में दिसम्बर माह के 24 दिनों में ही 77 बच्चोंं की मृत्यु के मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य बाल संरक्षण आयोग ने जांच करने के निर्देश दिए हैं। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए शासन सचिव, चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, शासन सचिवालय, जयपुर व कोटा जिले के जिला कलेक्टर को इस प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच कराकर रिपोर्ट से आयोग की अतिशीघ्र अवगत कराने के निर्देश दिए है।
वहीं चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया को जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद तुरंत गालरिया सड़क मार्ग से कोटा पहुंचे। कोटा पहुंचकर जेके लॉन अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला कलेक्टर ओम कसेरा, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ.विजय सरदाना सहित विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे। शासन सचिव ने साफ कहा कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री की ओर से कमेटी बनाई गई है। इसमें एसएमएस अस्पताल जयपुर के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ.अमरजीत मेहता, एसएमएस अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के प्रोफेसर डॉ. रामबाबू और चिकित्सा शिक्षा विभाग के ओएसडी सुनील भटनागर शामिल हैं।
शासन सचिव ने कहा कि अस्पताल में उपलब्ध संशाधनों का अधिकतम उपयोग लेकर आवश्यक सुविधाओं में सुधार के लिए टीम भावना के साथ कार्य करें, जिससे संभाग के विभिन्न क्षत्रों से आने वाले शिशुओं को समुचित इलाज की सुविधा मिल सके। अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण कर उन्होंने इलाज के लिए दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली तथा भर्ती शिशुओं के परिजनों से अस्पताल प्रबन्धन के द्वारा इलाज के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं शिशुओं के स्वास्थ्य के बारे में कुशलक्षेम पूछी।
एनआईसीयू वार्ड में भर्ती कुन्हाड़ी निवासी 8 वर्षीय शुभम मित्तल से उनकी दादी मिथलेश से, बूंदी के जैतपुरा निवासी बुखार से पीडि़त 3 वर्षीय लाडऩ के बारे में बच्चे की माता बिरमा से जानकारी लेकर अस्पताल प्रबन्धन की ओर से दी रही दवाओं एवं जांच के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रत्येक वार्ड में नवजात शिशुओं के उपचार के लिए अस्पताल प्रबन्धन की ओर से किए जा रहे प्रयासों एवं इलाज की सुविधाओं की जानकारी ली। जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में बच्चोंं की मौत के मामले के तूल पकडऩे के बाद शुक्रवार देर रात अस्पताल अधीक्षक डॉ.एच.एल.मीणा को पद से हटा दिया गया। उनके स्थान पर डॉ.एस सी दुलारा को कमान सौंपी गई है।
जेके लोन अस्पताल में एक महिने में 77 बच्चों की मौत मामले में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया शनिवार को कोटा पहुंचे। उन्होंने जेके लोन अस्पताल का दौरा किया और चिकित्सकों से हालातों को लेकर चर्चा की। इसमें सामने आया कि अस्पताल में मशीनरी खराब पड़ी है। बेड की संख्या कम है, स्टॉफ की संख्या कम है।
मौतों को लेकर स्पष्टीकरण पर भी वह सहमत नहीं है। प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने बताया कि मामले में बीजेपी सरकार में चिकित्सा मंत्री रहे राजेन्द्र राठौड़ और कालीचरण सराफ सोमवार को कोटा आएंगे और जायजा लेंगे। उनके साथ विशेषज्ञों की टीम भी रहेगी, जो हर बिंदु पर रिपोर्ट तैयार करेगी। पूनिया ने कहा कि वे खुद राज्यपाल से इस मसले को लेकर मिलेंगे। साथ ही इस मामले में मानवता दिखाते हुए अस्पताल में व्यवस्थाएं ठीक करने के लिए विधायक संदीप शर्मा, चंद्रकांता मेघवाल, कल्पना देवी, मदन दिलावर और अशोक डोगरा मिलकर पचास लाख रुपए देंगे।