पढ़ाई समझ नहीं आई तो छात्रा ने काटा खुद का गला, चिकित्सकों ने बचाई जान

liyaquat Ali
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Sikar News – जयपुर एसएमएस अस्पताल के नर्सिंग की प्रथम वर्ष की छात्रा ने पढ़ाई समझ नहीं आने के कारण परिजनों का दबाव व गरीबी हालत के कारण खेतड़ी में आकर सुनसान जगह पर गला काट कर खुदकुशी करने का प्रयास किया। हालत गंभीर होने पर खेतड़ी नगर पालिका इओ उदय सिंह और हेमंत वर्मा ने छात्रा को राजकीय अजीत अस्पताल पहुंचाया।

जहां पर सर्जन रणजीत सिंह जाखड़ व अन्य डॉक्टरों की टीम ने छात्रा की जान बचाई। एडीशनल एसपी मोहम्मद अयूब ने बताया कि छात्रा वार्ड नंबर-1 धोबी घाट में लहूलुहान स्थिति में पड़ी मिली। मौके पर पहुंचकर पुलिस की टीम, मीडिया कर्मियो और प्रशासनिक अधिकारियों ने छात्रा को गंभीर हालत में अस्पताल में पहुंचाया। जहां पर अस्पताल के 4 डॉक्टर आरएस जाखड़,  शेर सिंह निर्वाण,मधुसूदन,सुरेश कुमार  ने छात्रा के गले की सर्जरी कर इलाज किया।

गले की ट्रेकिया कटी हुई थी

डॉ. आरएस जाखड़ ने बताया कि छात्रा की गले की ट्रेकिया पूरी तरीके से कटी हुई थी। इसका ऑपरेशन कर इलाज किया गया। वहीं एडीशनल एसपी मोहम्मद अयूब ने बताया कि छात्रा गुडिय़ा(21) पुत्री उमाशंकर   निवासी सिवानपुर जिला बलिया उत्तर प्रदेश की रहने वाली है।

गलती से खेतड़ी की बस में बैठ गई

छात्रा ने पर्चा बयान के माध्यम से बताया कि मेरे पिता यूपी में खेती-बाड़ी करते है,चाचा मुझे पढ़ा रहे थे। जयपुर एसएमएस अस्पताल में  नर्सिंग प्रथम वर्ष की छात्रा हूं। मुझे पढ़ाई समझ में नहीं आ रही थी। मैं अपनी बहन के पास केकड़ी जा रही थी। गलती से बस में बैठकर खेतड़ी आ गई। घरेलू चाकू से मैंने गला काट लिया। मुझे किसी ने डराया धमकाया नहीं है और न ही इसमें किसी की गलती है। घटनास्थल पर चाकू, छात्रा का दुपट्टा मिला है। वहीं छात्रा ने सफेद रंग की ड्रेस और नीले कलर की स्वेटर पहन रखी है।  छात्रा की स्थिति में सुधार है और अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहीं छात्रा से पूछताछ की जा रही है।

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