Jaisalmer News – जैसलमेर की पोकरण (Pokaran) फायरिंग रेन्ज में अमेरिकन अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर तोप एम-777 के ए-2 एडवांस वर्जन का ट्रायल किया जा रहा है। अमेरिका से भारत को छह तोप मिली है,जिनका यहां परीक्षण किया जा रहा है। ट्रायल में मंगलवार को लम्बी दूरी (long distance) पर दुश्मन के छद्म ठिकानों को ध्वस्त किया गया। परीक्षण के दौरान भारतीय सेना के साथ ही अमेरिकन विशेषज्ञ और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि डीजी आर्टिलरी की मौजूदगी में इसकी क्षमता को जांचा परखा जा रहा है। यह एम 777 तोप हर मायनों में भारतीय सेना की ताकत को निश्चित रूप से मजबूत करेगी। वर्तमान जो चुनौतियां मिल रही हैं उसको देखते हुए यह तोप भारतीय सेना के लिए रामबाण हथियार के रूप में साबित होगी। सैन्यधिकारी ने बताया कि अमेरिकन गन कंपनी बीएलई सिस्टम के भारत में महिन्द्रा डीएलएस पाटर्नर हैं। यह दोनों मिलकर तोप बनाएंगे, कुल 145 तोप 3 साल में भारत में भारतीय सेना को मिलने की संभावना हैं।
जिन्हें 7-8 यूनिटों को बांटा जाएगा। एक यूनिट को करीब 18 तोप दी जाएगी। गौरतलब हैं कि भारतीय सेना की मारक क्षमता को मजबूत करने और आधुनिकीकरण की कड़ी में हाल में अमेरिका के साथ तोप 777 अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर तोप खरीदने के एमओयू की कड़ी में शुरुआत में दो अमेरिकन तोप भारत में 18 मई,2017 को लाई गई थी। 8 जून,2017 को इसके डायरेक्टर पहले फायर ट्रायल के परीक्षण शुरू किए गए थे।
इसे चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात किया जाएगा। इस तरह वर्ष,1986 में बोफोर्स तोप के बाद अब सेना को एक कारगर तोप मिलने का रास्ता साफ हो गया हैं। सूत्रों ने बताया कि इस तोप की खासियत यह हैं कि ये हल्की होने के कारण इसे उठाकर या फील्ड कर हैलीकॉप्टर के जरिए या अन्य किसी साधन से एक से दूसरे स्थान पर रखा जा सका हैं। खासकर लद्दाख औरअरुणाचल प्रदेश के 16000 फीट से भी ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हैलीकॉप्टर के जरिए ये ले जाई जा सकती हैं।