Jaipur news । राजस्थान मे कांग्रेस मे विधानसभा चुनाव परिणामों बाद से ही कलह मनमुटाव चल रहा है यह सर्व विदित है लेकिन अब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पक्ष को लेकर कोरोना वायरस के कोहराम के बीच घमासान शुरू हो गया है यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष को लेकर यूथ कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी और अध्यक्ष पद का चुनाव लडने वाले तथा प्रबल दावेदार ने कांग्रेस के नेताओ और उनकी कार्य प्रणाली को कांग्रेस को कटघरे मे खडा कर दिया है
राजस्थान यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष पद का परिणाम पुनः घोषित किया गया है।
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर अब मुकेश भाकर को युवा कांग्रेस अध्यक्ष घोषित किया गया है। अध्यक्ष पद का मजबूती से चुनाव लड़े युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार अमरदीन फकीर ने प्रदेशाध्यक्ष पद के परिणाम पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि इससे पहले 3 मार्च को जब नतीजे आए थे, तो अध्यक्ष के नतीजे आधिकारिक रूप से घोषित नहीं किए गए थे, लेकिन उन नतीजों में सबसे ज्यादा वोट सुमित भगासरा को दिखाए गए थे।
मैंने ओर मेरे साथियों ने अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के नेताओं और चुनाव प्राधिकरण पर विश्वास जताते हुए सर्व सम्मति से बिना घोषित किए ही सर्वाधिक वोटों के आधार पर सुमित भगासरा को अध्यक्ष मान लिया गया था। मैंने ओर मेरे साथियो ने युवक कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण और अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावारु और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बीवी श्रीनिवासन जी पर विश्वास जताते हुए पार्टी के फैसले को सर्वसम्मति से मान लिया था, लेकिन एक ही व्यक्ति मुकेश भाकर द्वारा विरोध दर्ज करवाया गया।
मुकेश भाकर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी श्कृष्णा अल्लावारु और राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवासन के लगातार संपर्क में था।
चुनाव के समय भी वोटर लिस्ट कई जिलों में चुनाव लड़ रहे लोगो के पास आ गई थी जिसका मैंने विरोध दर्ज करवाया था लेकिन युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावारु, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवासन और चुनाव प्राधिकरण ने सीरियस नहीं लेते हुए इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया था फिर भी हमें हमारी पार्टी की रीति नीति पर विश्वास था, हम ने मजबूती के साथ चुनाव लड़ा। मेरे जैसे कई प्रदेश के आम कार्यकर्ता अपना भाग्य आजमा कर प्रदेश भर में चुनाव प्रचार कर रहे थे प्रथम बार जो भी परिणाम आया उसका दिल से स्वागत किया।
लेकिन अब पुनः 2 महीने बाद चुनाव परिणाम घोषित किया जाता है और उसमें मुकेश भाकर को अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। अब चुनाव प्राधिकरण ओर शीर्ष नेता कह रहे हैं की हमने इसकी जांच करवाई सुमित भगासरा के वोटों में फर्जीवाड़ा हुआ था जिसको ध्यान में रखते हुए उनका परिणाम बदल कर मुकेश भाकर को अध्यक्ष घोषित किया गया। मेरा निवेदन हैं कि अगर किसी प्रकार की जांच भी हो रही थी तो हमें क्यों अवगत नहीं कराया गया।
हमें वेबसाइट के माध्यम से बताया गया की आपके वोट गिनती में गड़बड़ हुई थी और अब आपके इतने वोट बढ़ाकर प्राप्त हुए। चुनाव प्राधिकरण और शीर्ष नेताओ ने हमारे सामने पारदर्शिता से चुनाव परिणाम घोषित क्यों नही किया हमें विश्वास में लिए बगैर ही चुनाव परिणाम घोषित कर दिया। एक व्यक्ति विशेष बार-बार दिल्ली जाकर इनके संपर्क में था उसे ही चुनाव प्राधिकरण ने अध्यक्ष पद पर मनोनीत कर दिया।
जिससे अब मुझे अंदेशा है की षड्यंत्र के तहत ही चुनाव रिजल्ट रोक दिया गया था, और *जब पूरा विश्व, हमारा भारत देश कोरोना वायरस से झूझ रहा है, और कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व व कांग्रेस संगठन का एक एक कार्यकर्ता कोरोना वायरस महामारी को हराने के लिए दृढ़ संकल्प से लड़ायी लड़ रहा है। तब चुनाव परिणाम घोषित क्यों किया गया जिससे संध्य की स्थिति बनती है।*
सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं को एक पत्र लिखकर अपना विरोध दर्ज करवा रहा हूं, और इस पूरे मामले की जांच करवाने का निवेदन भी किया है।* जिस भी सदस्य ने प्रदेश अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था उन सभी को बैठाकर उनके सामने वोटिंग एप खोला जाए और वोटों की गिनती पुनः की जाए कांग्रेस पार्टी एक देश की सबसे बड़ी पार्टी है और युवा कांग्रेस विश्व का सबसे बड़ा संगठन है लाखों युवा संगठन से जुड़े हुए हैं उनका विश्वास कांग्रेस पार्टी की रीति नीति में बना रहे और युवा कांग्रेस संगठन पर विश्वास कायम रखने के लिए मैं पुनः मतगणना करवाने का निवेदन करता हूं, शीर्ष नेतृत्व द्वारा इस पर विचार किया जाए।
मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अखिल भारतीय युवा कांग्रेस ने भी नई दिल्ली में एक पुलिस स्टेशन में युवा कांग्रेस चुनाव गड़बड़ी को लेकर एफ. आई. आर. दर्ज कराई है चुनाव प्राधिकरण, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बीवी श्रीनिवासन को चुनाव कराने वाली प्राइवेट कंपनी ने जब पुनः रिजल्ट घोषित करके दे दिया था तो इसकी जांच करवानी चाहिए थी और और हमें अवगत करवाना था। अब यह FIR करवा रहे हैं क्या इससे पार्टी की बदनामी नहीं होगी इनकी मंशा और उनका षड्यंत्र क्या है इसकी जांच होनी चाहिए।
अमरदीन फकीर
प्रधान
जैसलमेर