जयपुर/ विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने सोमवार को इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रतिवेदन बहस के जवाब के बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले डॉ. जोशी ने विधानसभा सत्र की विस्तृत रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि विधानसभा में कुल 25 बैठकें हुई और 171 घंटे 19 मिनट विधानसभा की कार्यवाही चली। उन्होंने कहा कि 8336 प्रश्न विधानसभा में आए जिसमें 3785 तारांकित और 4547 तारांकित प्रश्न पूछे गए।
विधानसभा में 498 प्रश्न पर चर्चा हुई 7 बार तो ऐसा हुआ कि सभी प्रश्न पूछे गए वह विधानसभा में डिस्कस के लिए आ गए थे। उन्होंने कहा कि धारा 50 स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से 351 प्रस्ताव विधायकों द्वारा प्रस्तुत किए गए जिसमें से 55 प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
धारा 295 के प्रस्ताव के माध्यम से 288 प्रस्ताव विधायकों द्वारा प्रस्तुत किए गए इसमें से 229 विधायकों को उनकी समस्याएं सदन में रखने का मौका दिया गया 27 प्रस्तावों पर सरकार द्वारा प्राप्त सूचनाओं को विधायकों तक पहुंचाया गया।
डॉ. जोशी ने कहा कि 131 प्रस्ताव ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से 1076 प्रस्ताव विधायकों द्वारा प्रस्तुत किए गए 15 प्रस्ताव अमान्य किए गए और 1041 प्रस्ताव सरकार को भिजवाए गए 37 प्रस्ताव कार्यसूची में शामिल कर सदन में चर्चा कराई गई। सरकार ने 3 विषयों पर अपना करते हुए दिया और उस पर चर्चा भी की गई।
धारा 127 प्रस्ताव के 8 प्रस्ताव प्राप्त हुए दो पर चर्चा भी कर आएगी। राज्यपाल अभिभाषण पर 21 सदस्यों ने अपने विचार रखे और बजट पर 95 विधायक मैं चर्चा में भाग लिया । डॉ.जोशी ने कहा कि बजट सत्र में 12 विभागों पर चर्चा की गई इसमें से विभिन्न विभागों की डिमांड पर चर्चा हुई। इस चर्चा में 271 विधायकों ने भाग लिया। बजट सत्र के दौरान 15 विधेयक रखे गए और एक विधेयक वापस लिया गया।
डॉ. जोशी ने कहा कि 17 गैर संकल्प विधायकों द्वारा सदन में पेश किए गए तीन याचिकाएं प्रस्तुत की गई 42 प्रतिवेदन रखे गए और पहली बार विधानसभा में 126 नियम के तहत इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रतिवेदन पर चर्चा करा कर मंत्री का जवाब भी दिलाया गया।