जयपुर। राजस्थान के शेखावाटी अंचल झुंझुनू के निजी अस्पताल धनखड़ हॉस्पिटल में हुए किडनी कांड के बाद राजस्थान सरकार और प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक्शन मोड में आ गया है और अस्पताल का रजिस्ट्रेशन खारिज करने के साथ ही अस्पताल को सीज कर दिया गया है तथा अस्पताल संचालक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत चिकित्सा मंत्री द्वारा जारी किए गए हैं ।
झुंझुनू जिले के मंडावा तहसील के अंतर्गत नुआ गांव मे रहने वाले शब्बीर की पत्नी बानो चोपन को पेट के साइड में दर्द की लगातार शिकायत पर परिजन उसे झुंझुनू में स्थित निजी अस्पताल धनखड़ हॉस्पिटल में ले गए ।
जहां डॉक्टर संजय धनखड़ को दिखाया बालों को पथरी दर्द बताया गया । परिजनों ने पहले भी इसी अस्पताल में उसे दिखाया था इसलिए वह वापस उसे वहीं लेकर गए इस बार डॉ संजय धनखड़ ने परिजनों को के की पतरी का दर्द बार-बार होता है इससे किडनी खराब होने की संभावना अधिक है ।
क्योंकि पथरी किडनी में है इसलिए किडनी को ही निकाल देते हैं और संजय धनकड ने इसी महीने के प्रारंभ में बानो की किडनी निकाल दी परी के दो दिन बाद ही रोगी के पेशाब में मवाद पड़ गई पर परिजनों ने डॉक्टर संजय धनकर को कहा और बताया तो डॉक्टर संजय धनखड़ ने परिजनों को रोगी को जयपुर ले जाने की सलाह देते हुए।
चेताया इस पर परिजन जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल में ले गए और वहां भर्ती कराया गया तब जांच में पता चला कि जिस किडनी में संक्रमण था वह किडनी नहीं निकल गई और जो सही किडनी थी उसे निकल गई यह पता पड़ने पर परिजनों के पैरों से जमीन खिसक गई और उन्होंने इस मामले की शिकायत कि जिस पर सवाई मानसिक अस्पताल में मेडिकल बोर्ड बिठाया गया।
वही यह मामला संज्ञान में आते ही चिकित्सा मंत्री गोविंद सिंह खीवसर ने इसे गंभीरता को लेते हुए धनखड़ हॉस्पिटल का तत्काल रजिस्ट्रेशन सस्पेंड करने के निर्देश दिए और अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड कर दिया गया तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं की सूची से भी धनखड़ हॉस्पिटल को हटा दिया गया है ।
आज सरकार की दिशा निर्देश पर झुंझुनू जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल भी स्वंय अस्पताल पहुंची और उसे सीज कर दिया तथा चिकित्सा मंत्री ने पांच सदस्यों की टीम गठित कर जांच करने के निर्देश दिए हैं और डॉ संजय धनकर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।