नागौर में बवाल, अतिक्रमण हटाने गए दस्ते पर हमला, जेसीबी चालक को उतारा मौत के घाट

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नागौर

जिले के ताऊसर गांव में हाइकोर्ट के निर्देश पर रविवार को अतिक्रमण हटाने पर जमकर बवाल हो गया।  दस्ते पर लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे जेसीबी चालक की मौत हो गई। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया,इससे भगदड़ मच गई थी। लाठीचार्ज के दौरान कई लोग चोटिल हो गए, जिनका नागौर के जेएलएन अस्पताल में इलाज चल रहा है। अतिक्रमण हटाने की सूचना पर मेड़ता और भोपालगढ़ विधायक भी मौके पर पहुंचे थे। जनप्रतिनिधियों को देखते ही लोग उग्र हो गए।

हाईकोर्ट के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन की टीमें सुबह ताऊसर गांव की बंजारों की ढाणियों में अतिक्रमण हटाने लिए पहुंची। इस दौरान बंजारा समाज के लोगों ने कार्रवाई का विरोध करते हुए पुलिस और प्रशासन पर जमकर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पथराव में जेसीबी चालक फारूख की मौत हो गई। उसके बाद परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया। प्रशासन की समझाइश के बाद परिजन शांत हुए। वहीं नागौर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है।

उधर, समाचार लिखे जाने तक ताऊसर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रही। अतिरिक्त जिला कलेक्टर मनोज कुमार, उपखंड अधिकारी दिपांशु सांगवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरजीत मीणा, उपाधीक्षक सुभाषचंद्र मौके पर भारी पुलिस जाप्ते के साथ मौजूद रहे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने भी पूरी तैयारी रखी थी।  सूत्रों के अनुसार पुलिस लाइन सहित जिले भर से करीब 700-800 पुलिसकर्मियों का जाप्ता मौके पर तैनात किया गया।

भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग और मेड़ता विधायक इंदिरा बावरी कुछ लोगों के साथ ताऊसर के बंजारा की ढाणियों में पहुंचे। इस दौरान वहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही थी। जनप्रतिनिधियों के आते ही वहां मौजूद लोग उग्र हो गए और उन्होंने प्रशासनिक अमले पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। जिसे देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। विधायकों के साथ वहां पहुंचे लोग भी लाठीचार्ज की चपेट में आ गए। वहीं इस दौरान विधायक की गाड़ी का शीशा भी पत्थर लगने से टूट गया। दोनों विधायकों ने प्रशासन की कार्रवाई को गलत बताया।

ताऊसर ग्राम पंचायत की 6-7 बीघा चारागाह भूमि पर बसे लोगों के मकान सहित अन्य अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने से पूर्व शनिवार को जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, एसपी डॉ. विकास पाठक बंजारों की ढाणियों में पहुंचे और अतिक्रमण हटाने के लिए समझाइश की। कलेक्टर यादव ने बंजारा समाज के लोगों से कहा कि हम चाहते हैं कि आपका कम से कम नुकसान हो, इसलिए खुद ही अपना सामान खाली कर लो और जितना सामान बचा सकते हो बचा लो।

कलेक्टर ने बताया कि चारागाह भूमि पर किया गया अतिक्रमण अलग-अलग पांच स्थानों पर है। जिसे प्रशासन ने ए, बी, सी, डी और ई ब्लॉक में विभाजित किया है। 19 और 20 अगस्त को हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई थी। जिसमें हाईकोर्ट ने चारागाह भूमि के बदले खातेदारी की जमीन सरेंडर करने और एक स्थान पर बसने की शर्त रखी थी। कलेक्टर ने बताया कि अब तक किसी ने खातेदारी की जमीन सरेंडर करने को लेकर लिखित में नहीं दिया है। रविवार को सबसे पहले ई ब्लॉक में अतिक्रमण तोडऩे का कार्य शुरू किया गया। कलेक्टर ने कहा कि 29 अगस्त को इस मामले में हाईकोर्ट में फिर सुनवाई है। इसलिए कार्रवाई करना आवश्यक है।

जेसीबी चालक फारूख की मौत के बावजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी शव को जोधपुर भेजने लगे। जिस पर परिजनों ने रोष जताते हुए शव मोर्चरी में रखवाया और अस्पताल के सामने से निकल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 89 पर जाम लगा दिया। पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों ने समझाइश का प्रयास किया। वहीं जिला कलेक्टर की समझाइश के बाद मृतक आश्रितों को नियमानुसार आर्थिक सहायता देने की सहमति के बाद परिजन शांत हुए।

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