सवाई माधोपुर / सुरेन्द्र शर्मा। सवाई माधोपुर जिले के चौथ के बरवाड़ा में अलसी के तेल के लिए घाणी निकलवाने के लिए आए कट्टे में पचास हजार रुपए की गड्डी को चक्की व स्पेलर मिल मालिक ने वापस लौटा कर ईमानदारी का परिचय दिया है।
जिले के चोथ का बरवाड़ा तहसील मुख्यालय पर रेल की पटरी के पास स्थित स्वर्गीय मुमताज भाई की चक्की व स्पेलर तेल मिल पर बुधवार को रामनवमी के अवसर पर इटावा बालाजी गांव के देवकरण पुत्र प्रेमराज मीणा अलसी की घाणी निकलवाने के लिए कट्टा रख के वापस अपने गांव चले गए थे।

जब चक्की व स्पेलर मिल मलिक अफसर खान व शेरू देशवाली पुत्र मुमताज भाई ने तेल निकालने के लिए कट्टे को खाली किया तो उसमें 500-500 रुपए के 100 नोटों की गड्डी देखकर दंग रह गए और तत्काल इसकी सूचना देवकरण मीणा के नंबर नहीं होने पर उसी गांव के मुकेश मीणा पुत्र लोड़क्या मीणा को मोबाइल पर दी, कि वह देवकरण को उसके कट्टे में कोई सामान मिलने की सूचना कर देवे।

जब मुकेश ने देवकरण को इस संबंध में बात बताई तो देवकरण ने कोई समान होने से इनकार कर दिया और कोई सामान भी हो तो अपने स्तर पर ही समान को अपने पास रख लेने के लिए कहा, लेकिन जब चक्की व स्पेलर मिल मालिक अफसर व शेरू देशवाली ने मौके पर बुलाया और कट्टे के अंदर 500-500 के 100 की गड्डी के पचास हजार रुपए दिखाएं तो व आश्रय चिकित्स रह गया ।
तत्काल उसने उसकी पत्नी से फोन करके मालूम किया तो उसकी पत्नी ने अलसी के कट्टे में ₹50000 रखे जाने की बात बताई, इसके बाद चक्की व स्पिनर मिल मालिक अफसर खान और शेरू देशवाली ने बिना किसी प्रलोभन के ईमानदारी का परिचय देते हुए 50000 रुपए की गड्डी देवकरण मीणा निवासी इटावा को वापस लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया है।
यह बात की जानकारी बरवाड़ा समेत आसपास के गांवों वालों को जब मिली तो व दोनों भाईयो की ईमानदारी की पूरे-पूरे मन से प्रशंसा करते हुए तक नहीं रहे। मिल मालिकों का कहना है कि कहीं बार चक्की मिल पर कट्टे में उन्हें इसे सामान मिलते रहते हैं जिन्हें वह वापस संबंधित व्यक्तियों को लौटा देते हैं।