टोंक । टोंक के उनियारा कस्बे में कपड़ा व्यापारी की दुकान में हुई नकबजनी का खुलासा करते हुए पुलिस ने मुख्य सरगना गोपाल उर्फ गोपाराम बागरिया और रामावतार को गिरफ्तार किया है,पुलिस को वारदात में शामिल एक अन्य आरोपी सीताराम की तलाश है। तीनों आरोपियों ने मिलकर कपड़े की दुकान से 3 लाख रुपए की नगदी उड़ाई थी।। आरोपियों को पकड़ने में टोंक साइबर सेल कांस्टेबल राजेश शर्मा और डीएसटी टीम कांस्टेबल गंगा लाल की विशेष भूमिका रही।
कपड़े की दुकान का शटर तोड़ा
जानकारी के अनुसार टोंक के उनियारा कस्बे के जिनेन्द्र जैन ने 8 मई को उनियारा थाने में मामला दर्ज कराया कि उसकी बाज़ार में कपड़े की दुकान है,रोज़ाना की तरह वो शाम को दुकान बंद कर अपने घर गया था।अगले दिन सुबह मॉर्निंग वॉक पर गया तो उसने अपनी दुकान का शटर टूटा देखा।अंदर जाकर देखा तो काउंटर का गल्ला चेक किया तो उसमें रखी 3 लाख रुपए की राशि गायब मिली। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
विशेष टीम का गठन
टोंक ज़िला पुलिस अधीक्षक ने उनियारा सीओ सालेह मोहम्मद के सुपरविजन में टीम गठित की। उनियारा थानाधिकारी धर्मेश दायमा ने नेतृत्व में साइबर सेल और डीएसटी टीम ने साथ मिलकर सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी संसधानों के माध्यम से कुछ संदिग्धों पर नज़र रखी गई।संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर गोपाल उर्फ गोपाराम पुत्र श्रवण कुमार बागरिया निवासी दूदू, और रामोवतार पुत्र भवंरलाल निवासी दूदू को गिरफ्तार किया है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपी गोपाराम ने नकबजनी की वारदात को अंजाम देने के लिए अपने साथी सीताराम और रामावतार के साथ मिलकर 7 मई को वारदात को अंजाम देने के लिए उनियारा कस्बे के बाज़ार में घूम कर रेकी की,,इसके बाद अलसुबह ही जिनेन्द्र कुमार जैन की कपड़े की दुकान का शटर तोड़ कर अंदर घुस गए,,दुकान के गल्ले में रखे 3 लाख रुपए रुपये लेकर फरार हो गए।
वारदात पता लगने पर जिनेन्द्र कुमार जैन ने उनियारा थाने में मामला दर्ज कराया,,जिस पर पुलिस ने सीसीटीवी और अन्य तकनीकी संसधानों के आधार पर संदिग्धों से पूछताछ की,,वारदात के बाद आरोपी पुलिस से बचने के लिए जंगलों में छिपते रहे,पुलिस की विशेष टीम ने आरोपियों को पता लगा कर वारदात में शामिल गोपाल और रामावतार को गिरफ्तार कर लिया है,आरपियों के तीसरे साथी सीताराम की तलाश जारी है।