टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। चुनाव के समय मे विकास के बड़े बड़े दावें तो किये जाते है लेकिन कई बार सच्चाई इसके उलट होती है,टोंक ज़िलें में एक ग्राम ऐसा भी है जहां पिछले 10 वर्षों में कोई विकास कार्य नही हुआ है। ऐसा नही कि किसी जनप्रतिनिधि को यहां के हालातों की खबर नही बीजेपी प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनापुरिया से लेकर टोंक विधायक सचिन पायलट और जिला प्रशासन तक गुहार लगा चुके ग्रामीणों की कोई सुनवाई नही हो रही है।
जिसके चलते गुस्साए ग्रामीणों ने तय किया है कि वो मतदान नही करेंगे और वोट मांगने आने वाले जनप्रतिनिधियों का विरोध करेंगे,,ये पूरा मामला है टोंक मंडावर पंचायत के ग्राम ढाणी देवगंज यहां के समस्त ग्रामवासियों ने एक राय होकर मतदान नही करने का निर्णय लिया है।

ग्रामीणों ने गांव में ही प्रदर्शन करते हुए और किसी भी पार्टी के जनप्रतिनिधि को गाँव मे नही घुसने की चेतावनी भी दी है।ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में उनके गांव में कोई विकास का कार्य नही हुआ है,,यहां तक कि पक्की सड़क तक नही बन पाई है।

महात्मा गांधी नरेगा के तहत 37 लाख रुपये पास हुए थे,अधिकारियों और पंचायत ने मिलकर फर्जी मस्टरोल भरकर रुपये उठा लिए कोई भी विकास का कार्य नही किया गया।पूरे मामले को लेकर कई बार बीजेपी प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनापुरिया से लेकर कांग्रेस नेताओं तक को अवगत करा दिया गया। लेकिन दोनों ही पार्टी के नेता उन्हें आश्वासन देते है। ग्रामीणों ने तय किया है कि गावँ में सड़क नही बनी तो वोट भी नही देंगे।