टोंक। ब्रम्हलीन संत स्वामी रामसुख दास जी महाराज द्वारा 1996 में संस्थापित गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति भारत की टोंक जिला प्रभारी अलका भण्डारी को मनोनीत किया गया है। जानकारी देते हुए समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवाड़ी एवं महामंत्री श्याम सुंदर मंत्री ने बताया कि मातृशक्ति द्वारा कई बार अपने गर्भ में बालिका की संभावना को देखते हुए गर्भपात करवा लिया जाता है, जो सनातन संस्क्रति में घोर महापाप की श्रेणी में आता है ।
इस भ्रूण हत्या के महापाप को रोकने के लिए 3 जून 1996 सर्वगाश्रम गीता भवन ऋषिकेश हरिद्वार में ब्रम्हलीन स्वामी रामसुखदास जी महाराज ने गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति का गठन किया, तब से इस समिति द्वारा पूरे देश में इस विषय पर जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है ।
इसी क्रम में गुरूवार को टोंक की जिला प्रभारी अलका भण्डारी को मनोनीत किया गया। इस अवसर पर रामकिशोर तिवाड़ी राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्यामसुंदर मंत्री राष्ट्रीय महामंत्री, इंदरचंद मोदी एवं घनश्याम लाठी प्रदेश उपाध्यक्ष, लीलाधर पटवा प्रदेश महामंत्री एवं समिति के सेवाभावी दीपक मूंदड़ा ने अलका भण्डारी को मनोनयन पत्र भेंट कर शॉल, दुपट्टा पहना कर, पुष्प गुच्छ भेंट कर दायित्व के सफल निर्वहन की मंगल कामना की।

मनोनयन के पश्चात समिति की जिला प्रभारी अलका भण्डारी ने मीडिया को बताया कि गर्भस्थ शिशु की हत्या जीव हत्या के समान ही है, जिसे सनातन संस्क्रति में महापाप माना गया है । अक्सर कर देखा गया है कि माँ बहिनों द्वारा लडक़े की चाह में गर्भस्थ कन्या की हत्या कर दी जाती है, जो बहुत ही घिनोना कार्य है, जबकि हमे पता है कि आज के युग में कन्याओं की संख्या निरंतर कम होती जा रही है, जिससे हमारे युवाओं के विवाह में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जब कि देश के प्रधान मंत्री मोदी जी का कहना है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ संस्था इन्ही विषयों पर लगातार 30 वर्षों से जमीनी काम कर रही है।
टोंक जिले में भी इस आम जन के विषय के प्रति मातृशक्ति को जागरूक किया जाएगा और शीघ्र ही पूरे जिले में टीम गठित कर गर्भस्थ शिशु संरक्षण के प्रति जागरूकता लायी जाएगी। समिति के सभी पदाधिकारियों द्वारा गुरूवार को पूरे शहर में प्रचार रथ द्वारा रोड़ शो किया गया, साथ ही भ्रूण हत्या को रोकने सम्बंधित प्रचार पत्रों का वितरण किया गया।