मृतक हैड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा को न्याय दिलाने के लिए बैरवा समाज ने दिया धरना, समझाईस के बाद लिया शव, पुलिस सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार

Sameer Ur Rehman
4 Min Read
Exif_JPEG_420

टोंक। कोतवाली पुलिस की हेल्प लाइन 112 में कार्यरत हैड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा की बजरी ट्रेक्टर-ट्रॉली की टक्कर में हुई मौत का मामला अभी तक थम नहीं पा रहा। बैरवा समाज के लोगो ने गुरूवार को अपनी मांगों के समर्थन में दूयरे दिन भी नारेबाजी कर करीबन साढ़े तीन घण्टे तक जिला कलक्ट्रेट में पड़ाव डाला रखा, बाद में अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुरेश चौधरी एवं जिला पुलिस अधीक्षक संजीव नेन की मौजूदगी में हुई वार्ता के बाद आगामी पन्द्रह दिनों तक के लिए आन्दोलन स्थगित किया गया है।

बैरवा समाज ने कहा है कि यदि मांगे नही मानी गई तो आन्दोलन फिर से किया जाएगा। जैसा कि बुधवार देर शाम हैड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा को गश्त के दौरान रोडवेज डिपो के पास बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रोली ने टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी जयपुर में उपचार के दौरान उसी रात मोत होने से बैरवा समाज ने मांगो को पूरी किये बिना जयपुर में शव लेने से इन्कार कर आन्दोलन शुरू कर दिया था। जिला कलक्ट्रेट में करीबन साढ़े तीन घण्टे तक बैरवा समाज सहित अन्य समाजों की ओर से डाले गए।

महापड़ाव के तहत कई वार्ताएं एवं समझाईश के दौर चला। जिस दौरान एसडीएम टोंक राहुल सैनी, वृृत्ताधिकारी टोंक राजेश विद्यार्थी ने काफी समझाईश की, लेकिन नीजि अस्पताल के संचालक डॉ. चंद्रभान, रिटायर्ड प्रिंसिपल ओमप्रकाश महावर, भीम सेना के अशोक बैरवा एवं विनोद बैरवा आदि ने अपनी मांगों को लेकर दो दिन में हुई प्रगति की जानकारी मांगी।

बाद में पूर्व छात्र नेता बाबूलाल गुनसारिया एवं राजेेश सिसोदिया भी वहां पहुंच गए, जिन्होने समझाईश की, साथ ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुरेश चौधरी एवं जिला पुलिस अधीक्षक संजीव नैन की प्रतिनिधिमण्डल से वार्ता हुई, जिसमें बताया गया कि इस मामले में जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने हाउसिंग बोर्ड टोंक में नि:शुल्क प्लाट आवंटन के लिए आवासन मंडल आयुक्त को, साथ ही अन्य मांगो को सम्बन्धित विभाग को अपना अनुशंसा पत्र भेज दिया है, जिसके बाद अनिश्चितकालीन महापड़ाव पन्द्रह दिनों तक स्थगित किया गया।

एडवोकेट धर्मराज बैरवा ने बताया कि इस मामले में राजस्थान पुलिस में हैड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा को शहीद का दर्जा दिया जाना संभव नही हैं, इसके लिए साफ मना किया गया हैं तथा शेष मांगे जिनमें एक करोड़ का मुआवजा, हाउसिंग बोर्ड में मकान आवंटन सहित अन्य मांगें राज्य सरकार को भेजी गई हैं, जिस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

कानूून एवं शांति व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टोंक सरिता सिंह, त्वरित अनुसंधान दल टोंक के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार, कोतवाली पुलिस थानाधिकारी भंवर लाल वैष्णव, पुरानी टोंक थानाधिकारी उदयवीर सिंह, सदर टोंक पुलिस थानाधिकारी ब्रजमोहन कविया सहित भारी पुलिस जाप्ता तैनात था। इधर वार्ता में समझोता होने के बाद परिजनो ने दोपहर बाद जयपुर एसएमएस से मृतक बैरवा का शव ले लिया।

जिसके बाद शाम को जैसे ही शव उनके पैतृक गांव देवली-भांची पहुंचा तो वहा चीख पुकार मच गई। बा द में कई अधिकारियों एंव ग्रामीणो की मौजुदगी में गार्ड ऑफ ऑनर एंव पुलिस सम्मान के साथ शव का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के पांच वर्षीय पुत्र हिमांश ने मुखाग्नी दी।

Share This Article
Follow:
Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/