उनियारा / अशोक सैनी। राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान टोंक जिले के उनियारा पुलिस थाने में विधानसभा चुनाव के दौरान हुड़दंग, बूथ केप्चरिंग का प्रयास सहित जाति शब्दों से अपमानित करने एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का एक मामला बूथ संख्या 197 पर कार्यरत कर्मचारी राजपाल पुत्र जगलाल मीणा की ओर से दर्ज करवाया गया । पोलिग बूथ पर हुड़दंग करने के मामले में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सहित सहित भाजपा के पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
बीएलओ ने करवाया मामला दर्ज
राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान टोंक जिले के उनियारा पुलिस थाने में विधानसभा चुनाव के दौरान हुड़दंग, बूथ केप्चरिंग का प्रयास सहित जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला एक मामला उनियारा थाने में दर्ज किया गया। उनियारा कस्बे के बूथ संख्या 197 पर कार्यरत कर्मचारी राजपाल पुत्र जगलाल मीणा की ओर से यह मामला दर्ज करवाया गया ।
पुलिस उपाधीक्षक रोहित कुमार मीणा ने बताया कि 25 नवंबर विधानसभा के चुनाव के दौरान उनियारा, देवली विधानसभा मे स्थित उनियारा कस्बे में नैनवां मार्ग स्थित पोलिंग बूथ संख्या 197 पर निर्वाचन के दौरान कुछ लोग एक साथ आए, और वहां पर चुनाव प्रक्रिया में नियुक्त बीएलओ राजपाल पुत्र जगन लाल मीणा निवासी बामनवास जिला सवाई माधोपुर के साथ चुनाव ड्यूटी के दौरान कुछ लोगो ने वहां जाकर जाति शब्दों से अपमानित करने लगे तथा चुनाव प्रक्रिया में व राज कार्य में बाधा करते हुए वहां हुडदंग किया।व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। जिस पर बूथ ड्यूटी अधिकारी की ओर से मामला दर्ज किया।
इनको बनाया आरोपी
उनियारा पुलिस ने बीएलओ की ओर से दर्ज मामले में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राकेश बढ़ाया, भाजपा पदाधिकारी जगदीश साहू वह जगदीश साहू का पुत्र एवं बजरंग दल पदाधिकारी राजा बाबू खींची, भाजपा शहर अध्यक्ष नमोनारायण गौतम एवं एडवोकेट अतर सिंह गुर्जर के खिलाफ सहित अन्य व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मिर्ची स्प्रे करना पड़ा था, पुलिस को
गौरतलब है कि इस दौरान पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की लाईन लगी हुई थी। तभी बूथ पर पुलिस एवं कुछ अन्य लोगों की भीड़ होने व मामला बिगड़ते देख व भीड़ के उग्र होते देख उनियारा पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए थानाधिकारी उनियारा ने मिर्ची स्प्रे का भी प्रयोग किया था। जिससे कई लोगों तबियत बिगड़ गई थी। जिनमें से दो जनों को उनियारा चिकित्सालय में भर्ती करवाया था। व एक मतदाता की तबियत ज्यादा ख़राब होने पर उसको जिला मुख्यालय पर रैफर किया गया था।