पीपलू (ओपी शर्मा) । उपखंड की ग्राम पंचायत झिराना में उस समय माहौल उत्सव की तरह हो गया जब गांव की रहने वाली बेटी शालिनी बैरवा पिता इंद्रपाल बेरवा (नेत्र चिकित्सा सहायक)
गांव वापस लौटी। शालिनी बैरवा का गांव लौटना इसलिए खास था क्योंकि अब वो गुजरात के बड़ोदरा में जीएसटी इंस्पेक्टर बन चुकी है. ट्रेनिंग और नौकरी ज्वाइन करने के बाद शालिनी पहली बार अपने गांव लौटी थी झिराना में अंबेडकर युवा छोटा बड़ा संस्थान के संस्थापक कवि राजकुमार धवन ने कहा की आने वाले समय में धर्मशाला में लाइब्रेरी का निर्माण कार्य किया जायेगी।
शालिनी के पिता इंद्रपाल बैरवा ने धर्मशाला निर्माण को लेकर₹11000 विकास के लिए दिए । इस अवसर पर सीताराम बेरवा अध्यापक ,कजोड़ ,बनवारी लाल बेरवा, रामकिशोर बेरवा, मुकेश बैरवा, ने अंबेडकर की प्रतिमा भेंट कर फूल माला साफा पहनाकर के उनका स्वागत किया ।