अलीगढ़ । प्रदेश की सरकार छात्राओं के बेहतर शिक्षा एवं सुरक्षा के लंबे-लंबे दावे करती है। लेकिन हकीकत में इन दावों की पालना करवाने वालों की लापरवाही दावों पर उलटी पड़ती है। ऐसा ही एक मामला अलीगढ़ थाना पुलिस की कार्यशैली का देखने का मिला।
थाना इलाके में रहने वाली एक छात्रा मनचलों से परेशान होकर 13 सितंबर को अलीगढ़ थाने पर पहुंची तो पुलिस ने परिवाद लेकर वापस भेज दिया, लेकिन मनचलों पर किसी प्रकार की काई कार्रवाई नहीं की गई।
जिससे देखकर लगता है कि अलीगढ़ थाना पुलिस छात्रा के साथ किसी अनहोनी होने का इंतजार कर रही थी। परेशान छात्रा सात दिन तक किसी प्रकार की काई कार्रवाई नहीं होने पर जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल के पास पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।
अलीगढ़ की बेटी ने कलक्टर से गुहार लगाई की मनचले लड़के उसको स्कूल जाते-आते समय परेशान करते है एवं अश्लील हरकतें करते है। कलक्टर को बताया कि रात्रि एवं दिन के समय गली में एवं घर के आसपास बाइक दौड़ाते है। जिससे हर समय मेरे साथ अनहोनी होने का अंदेशा सताता रहता है।
पीड़ित बेटी की बात सुनकर कलक्टर ने शीघ्र पुलिस के आलाधिकारियों को निर्देश दिए, जिसके बाद अलीगढ़ थाना पुलिस ने साहिन पुत्र सरदार मंसूरी, शोयब पुत्र शब्बीर आलम, दानिश पुत्र सरदार मंसूरी निवासीगण अलीगढ के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच थानाधिकारी हेमराज मीणा को सौंप दी।
पुलिस ने मांगे सबूत: पीड़ित छात्रा ने जिला कलक्टर एवं दर्ज मामले में पुलिस पर आरोप लगाया कि जब वह थाने जाकर मनचलों पर कार्रवाई करने की मांग की तो पुलिस ने छात्रा से सबूत मांगे।
इनका कहना है।
छात्रा की शिकायत पर मनचलों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। शीघ्र ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विद्यालयों के आसपास विचरण करने वाले मनचलों पर टीमें बनाकर कार्रवाई की जाएगी।
हेमराज मीणा, थानाधिकारी, अलीगढ़।