टोंक जिले में भारी वर्षा को देखते हुए जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी रखने के निर्देश दिए

Sameer Ur Rehman
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टोंक। टोंक जिले में विगत 24 घंटे में भारी वर्षा के बीच जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर रहा। जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने शुक्रवार को बचाव व राहत कार्यों की मॉनिटरिंग कर जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता अशोक कुमार जैन से छोटे-बड़े बांधों में हो रही पानी के आवक की स्थिति की जानकारी ली तथा उन्हें किसी भी आपात स्थिति की सूचना तुरंत देने के निर्देश दिए।

जिला कलेक्टर ने टोंक शहर में तहसीलदार रामधन गुर्जर एवं अन्य कार्मिकों को शहर का निरीक्षण कर जल भराव एवं पानी की निकासी का त्वरित प्रबंध करने के निर्देश दिए। नगर परिषद द्वारा जल भराव क्षेत्रों में नालों की सफाई कर पानी की निकासी को दुरुस्त किया गया। तहसीलदार ने कुम्हारों की चौकी, काली पलटन, मोहम्मद खां की मस्जिद एवं मोती बाग का निरीक्षण कर पानी निकासी का जायजा लिया। मोती बाग में गिरने की स्थिति में कच्चे घर में रह रहे युवक शमशेर को नगर परिषद के आश्रय स्थल में रहने की समझाइश की गई।

उपखंड मालपुरा एवं पीपलू में राहत व बचाव के कार्यों पर बनाए रखी नजर

जिला कलेक्टर ने नमूकिया सहोदरा नदी मंे 3 युवकों के पानी में बीच फंसने की घटना पर तहसीलदार राहुल पारीक को मौके पर भेजकर तीनों युवकों पुलिस एवं ग्रामीणों के सहयोग से रेसक्यू कर जान बचाई।

जिला कलेक्टर के निर्देश पर उपखंड अधिकारी पीपलू कपिल शर्मा ने नानेर से जंवाली रपटा, ढूढ़िया से कुरेड़ा रपटा, बिलायतीपुरा रपटे पर आमजन के आवागमन को रूकवाने के आदेश जारी किए। उपखंड अधिकारी पीपलू ने तहसीलदार, विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत कार्मिकों को इलाके में जन व पशु हानि नहीं हो इसकी सुनिश्चिता करने के लिए निर्देशित किया।

मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर से जिले में अत्यंत भारी वर्षा के रेड अलर्ट के तहत जिला कलेक्टर ने सभी जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए है।

जिला प्रशासन ने इन गांवों के लिए किया हाई अलर्ट

जिला प्रशासन ने छोटे-बड़े बांधों के ओवरफ्लों होने को लेकर जिले के कई गांवों को हाई अलर्ट पर रखा है। जिला कलेक्टर ने आमजन से अपील की है कि बारिश के दौरान वे अपने घरों में रहे। साथ ही, आवागमन करने से बचे। जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता अशोक कुमार जैन ने बताया कि सहोदरा बांध के ओवरफ्लों व नदी मंे बहाव अधिक होने के कारण ग्राम नानेर, इब्राहिमपुरा, जंवाली कुरेड़ी, ढूढ़िया, देवरी, भावलपुर केरवालिया बांध के मंडा, भावलपुर, बालापुरा एवं हालोलाव कलमंडा बांध के ओवरफ्लों होने से कलमंडा, मंडा, बालापुरा, बाहेड़ा एवं महाराज कंवरपुरा की ओर जाने वाले आवागमन के रास्ते जल बहाव के कारण अवरूद्ध है। आमजन इन मार्गों पर जाने का प्रयास न करें।

अधिशाषी अभियंता ने बताया कि टोरड़ी सागर बांध, चांदसेन एवं रामसागर (लांबाहरिसिंह), घारेड़ा सागर, ढीबरू सागर पूर्ण भराव की ओर है तथा इनके ओवरफ्लों होने की संभावना है। इसलिए आमजन ग्राम टोरड़ी, घाटी, कड़ीला, तिलांजू, अलियारी, देवलिया, डूंगरीखुर्द, केरलिया, भीपूर, दोला का खेड़ा, चबराना, गुटका, बुढ़ादेवल ढीबरू, लांबा जूनारदार, महादेवपुरा, इस्लामपुरा, लक्ष्मीपुरा, बरवास की ओर जाने वाले रास्तों पर नहीं जाएं। जिला प्रशासन ने किसी भी आपदा से निपटने के लिए जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जिसके दूरभाष नंबर 01432-245035 है।

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Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/