टोंक । जिले में राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह के अंतर्गत चल रही जन- जागरूकता अभियान में यातायात पुलिस व राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) टोंक के संयुक्त तत्वाधान में जन-जागृति का कार्यक्रम हाउसिंग बोर्ड में भास्कर पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल में आयोजित किया गया। यातायात नियमों की पालना के लिए यातायात पुलिस के प्रभारी भैरूलाल ने विद्यार्थियों से हेलमेट, सीट बेल्ट एवं यातायात नियमों की जानकारी देते हुए भविष्य में सडक़ सुरक्षा के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित किया।
जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी रमेश चंद जैन ने आईआरएडी प्रॉजेक्ट के माध्यम से ब्लैक स्पॉट, यातायात नियमों का पालन व सडक़ सुरक्षा संबंधी नियमों के बारे में जानकारी दी। कार का उपयोग करते समय हमें सीट बेल्ट का इस्तेमाल एवं गति सीमा का पालन करना चाहिए। नशे में ड्राईविंग या तेज ड्राइविंग कारों के साथ दुर्घटनाओं का मुख्य कारण होता है ।
आईआरएडी के रोल ऑउट मैनेजर ने बताया कि जिले में यातायात पुलिस व आईआरएडी प्रॉजेक्ट के माध्यम से पूर्व में भारी वाहनों, दो पहिया वाहनों पर परावर्तक लगा दुर्घटना मे कमी लाने के प्रयास किए है । हैड कांनि. कुलदीप ने बताया यातायात पुलिस ने नियम तोडऩे वालों को लेकर गुलाब देकर भी यातायात नियमों के पालन के लिए जागरूक किया है ।
विद्यालय में जागरूकता अभियान के माध्यम से बच्चों को जागरूक कर विद्यार्थियों को सडक़ सुरक्षा की शपथ दिलाई। अतिरिक्त जिला सूचना विज्ञान अधिकारी सुशील अग्रवाल ने बताया की सडक़ों पर सुरक्षा के लिए सख्त नियमों एवं कानूनों की जानकारी दी।
यातायात पुलिस व आईआरएडी प्रॉजेक्ट के माध्यम से बताया कि लाईसेंस प्राप्त करना भी इन दिनों काफी आसान हो गया है और यह खतरनाक है, क्योंकि जो लोग सही तरीके से ड्राईविंग के बारे में नहीं जानते हैं, वह उसी सडक़ का उपयोग करने वाले अन्य लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।