टोंक । जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक मंगलवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में आयोजित हुई। जिला कलेक्टर ने कहा कि चिकित्साधिकारी एवं अन्य कार्मिक आमजन की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को संवेदनशीलता से सुने और रोगियों का बेहतर उपचार सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी तरह की लापरवाही को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों की बिना अनुमति के चिकित्साधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़े।
जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवप्राज मीणा को निर्देश दिए कि सीएचसी एवं पीएचसी में दवाईयों की खरीद समय पर की जाए। मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना में समय पर एंट्री नहीं करने वाले कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की
चिकित्सा विभाग से संबंधित फ्लैगशिप योजनाओं में खराब परर्फोंमस वाले चिकित्सा संस्थानों का औचक निरीक्षण करंे।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टर ने जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर पदस्थापित स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को पैकेज बुकिंग में कम प्रगति करने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने संस्थागत प्रसव, एएनसी रजिस्ट्रेशन, निरोगी राजस्थान, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना की प्रगति, शुद्ध के लिए युद्ध की प्रगति, कोविड टीकाकरण की समीक्षा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम गतिविधियों की समीक्षा, परिवार कल्याण कार्यक्रम के प्रगति की समीक्षा, मौसमी बीमारी, संक्रामक बीमारी, असंक्रामक बीमारी की समीक्षा, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा की।
बैठक में अति. सीएमएचओ डॉ. एसएस अग्रवाल, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महबूब खान, पीएमओ डॉ. बीएल मीणा सहित ब्लॉक के बीसीएमएचओ, बीपीएम एवं सीएचसी इंचार्ज उपस्थित रहे।