Udaipur News। उदयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को सलूम्बर की काट ग्राम पंचायत के कनिष्ठ सहायक को 8 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। कनिष्ठ सहायक के पास ग्राम सचिव का भी चार्ज है। उसने इन्दिरा आवास में भवन निर्माण स्वीकृति के एवज में रिश्वत मांगी थी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि सत्यापन के दौरान महेन्द्र ने यह धमकी भी दी कि पैसे नहीं दिए तो इन्दिरा आवास योजना में भवन निर्माण स्वीकृति जारी नहीं होगी। फरियादी गणेश लाल से उसने 9 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। अनुनय-विनय के बाद सौदा 8 हजार में तय हुआ। यह भी सामने आया है कि मनरेगा के भुगतान के एवज में भी उसने पैसे मांगे। एसीबी की टीम ने काट में ही उसे रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।