Udaipur News । कोरोना ने पूरी दुनिया को डिस्टर्ब कर दिया है। शादी-ब्याह तो बाद की बात है, तीज-त्योहार भी धरे रह गए हैं। होली तो देश में मन गई थी, लेकिन उसके बाद तो सारे ही त्योहारों पर कोरोना का साया पड़ा हुआ है। पहले चैत्र प्रतिपदा, फिर गणगौर, बाद में निर्जला, रथयात्रा, हरियाली अमावस्या, राखी, ईद कोरोना के साये में गुजरने के बाद अब नवरात्रा, दशहरा और दीपावली पर भी कोरोना का साया मंडरा गया है। इस बार न तो डांडिया खनकेंगे, न रावण दहन होगा, न दशहरा-दीपावली का मेला लगेगा और दीपावली पर आतिशबाजी के भी सीमित होने की आशंका है।
नवरात्रि के डांडिये खनकने पर पाबंदी तो पूर्व में ही लग चुकी थी, दशहरे पर उदयपुर के गांधी ग्राउण्ड में होने वाले रावण दहन कार्यक्रम के आयोजक मंडल ने इसे निरस्त कर दिया है। सोमवार को नगर निगम ने भी घोषणा कर दी कि दशहरा-दीपावली मेला नहीं होगा। इसके बजाय ऑनलाइन प्रतियोगितों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सांस्कृतिक समिति अध्यक्ष चंद्रकला बोल्या ने बताया कि शहर में कोरोना संक्रमित की संख्या प्रतिदिन 50 से ऊपर आ रही है, इसलिए इस हालात में किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं लिया जा सकता है। संक्रमण के कारण उदयपुर में धारा 144 भी लगी हुई है। हालांकि उन्होंने कहा कि केवल स्थानीय प्रतिभाओं को मंच उपलब्ध करवाने के क्रम में दीपावली महापर्व पर संगीत एवं नृत्य की ऑनलाइन प्रतियोगिता आयोजित करने का प्रस्ताव लिया गया है और इसकी पूरी जानकारी नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टाक एवं आयुक्त कमर चौधरी से विचार विमर्श कर जारी की जाएगी।
इधर, दशहरे पर हर साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से निकाले जाने वाले पथ संचलन भी इस बार नहीं होंगे। संघ सूत्रों के अनुसार कोरोना के मद्देनजर यह आयोजन भी स्थगित रखे गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/